नई दिल्ली। देश में कोराना टीकाकरण का 75 करोड़ से अधिक का आंकड़ा पार लिया है। अकेले 17 सिंतबर को देशभर में दो करोड़ लोगों का टीकाकरण किया गया, भारत के टीकाकरण की गति की विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी प्रशंसा की है। कोविड टीकाकरण की औसत गति के बीच देश के कई राज्यों में एक बार फिर कोविड के मामले बढ़ रहे हैं। राहत की बात यह है कि कोविड के गंभीर मामलों की संख्या अब बहुत कम हो गई इसके साथ ही मृत्युदर का ग्राफ भी काफी नीचे है। विशेषज्ञों की मानें तो कोविड में फिलहाल किसी भी नये स्ट्रेन का असर नहींं दिखा है मौजूदा स्ट्रेन डेल्टा और डेल्टा प्लस के प्रति कोविड की मौजूदा सभी वैक्सीन को प्रभावी माना गया है। इसलिए कोविड की पहली डोज के साथ ही दूसरी डोज लेने में भी चूक नहीं होनी चाहिए।
केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार देशभर में एक करोड़ से अधिक स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड की पहली डोज लगी है, जबकि इसके एवज में 86 लाख 96 हजारा स्वास्थ्य कर्मचारियों को कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगी है, लगभर 14 लाख कर्मचारियों के अभी दूसरी डोज लगना बाकी है, जिसके बाद उसे कोविड संक्रमण के खिलाफ मजबूत एंटीबॉडी प्राप्त होगी। इसी तरह कोविड वैक्सीन लेने वाले फ्रंट लाइन वर्कर की बात करें तो एक करोड़ 83 लाख 43 हजार फ्रंट लाइन वर्कर्स ने कोविड की पहली डोल ली है, जबकि पहली डोज के एवज में दूसरी डोज एक करोड़ 44 लाख फं्रट लाइन वर्कर ने कोविड वैक्सीन की दोनों डोज ली है। चालीस लाख फ्रंट लाइन वर्कर अभी भी टीकाकरण का शड्यूल पूरा करने से पीछे हैं। 18 से 44 आयु वर्ग के 32 करोड़ 12 लाख 63 हजार युवाओं को कोविड की पहली डोज दी जा चुकी हैं, जबकि पांच करोड़ 62 लाख 22 हजार युवाओं ने कोविड वैक्सीन की दोनों डोज ली, युवाओं की पहली और दूसरी डोज में 27 करोड़ का फासला है, 45 साल से 59 साल के उम्र के लोगों में 14 करोड़ 93 लाख, 59 हजार ने पहली डोज ली जबकि दूसरी डोज छह करोड़ 77 लाख 70 हजार लोगों ने लगवाई। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार साठ साल से अधिक उम्र के नौ करोड़ 61 लाख छह हजार लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि 18 सितंबर तक पांच करोड़ 17 लाख 57 हजार बुजुर्गों ने कोविड वैक्सीन की दोनों डोज का शेड्यूल पूरा किया।
आईसीएमआर के जोधपुर स्थित कम्यूनिटी रोग संस्थान के विशेषज्ञ डॉ. अरूण शर्मा ने बताया कि कोविड वैक्सीन से मिलने वाली एंटीबॉडी के संदर्भ में अब तक किए गए अध्ययन बताते हैं कि पहली डोज के बाद भी यह शरीर में वायरस के प्रति लड़ने के लिए पर्याप्त मात्रा में एंटीबॉडी तैयार कर देती है, लेकिन इस समय हम क्योंकि कोविड के एंडेमिक चरण में प्रवेश कर रहे हैं इसलिए यह बेहतर होगा कि कोविड की दोनों डोज ली जाएं जिससे जल्द से जल्द संक्रमण के प्रति हर्ड इम्यूनिटी तैयार की जा सके। इसलिए वैक्सीन की दोनों बेहद जरूरी है। वैक्सीन की कमी अब आड़े नहीं आने दी जाएगी, कुछ नई वैक्सीन के साथ ही वैक्सीन उत्पादन क्षमता को भी बढ़ाया जा रहा है। लेकिन अब यह जिम्मेदारी लोगों की है वह वैक्सीन की अपनी दूसरी डोज भी तय समय पर अवश्य ले। कोविड अनुरूप व्यवहार के साथ ही निर्धारित समय पर कोविड की दूसरी वैक्सीन भी अवश्य लेनी है, जिससे वायरस के सायकिल को तोड़ा जा सके। आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो 18-44 आयुवर्ग के युवाओं में पहली और दूसरी डोज में काफी अंतर है, युवाओं को दृढ़ इच्छा शक्ति से टीकाकरण को सफल बनाने में अपना हर संभव योगदान देना चाहिए।
Covid19 Vaccination : कोविड अनुरूप व्यवहार के साथ ही वैक्सीन की दूसरी डोज भी जरूरी
देश का टीकाकरण कार्यक्रम नित नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर देशभर में दो करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य पूरा किया गया, जिसे अभी आगे भी बरकरार रखना है, कोविड टीकाकरण अपने ही नये प्रतिमान स्थापित कर रहा है।