Pollution in Delhi : प्रदूषण के लिए दिल्ली सरकार के ये होंगे कदम

प्रदूषण को रोकना किसी एक व्यक्ति या एक राज्य सरकार के बूते में नहीं है। दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय ने पड़ोसी राज्य सरकार से भी आग्रह किया है। पराली की समस्या को गंभीरता से लेने का अनुरोध किया है।

नई दिल्ली। हर साल सर्दी के मौसम आने से पहले ही राजधानी दिल्ली में प्रदूषण बढ़ जाता है। पराली की समस्या से भी दिल्ली को दो-चार होना पड़ता है। पड़ोसी राज्य हरियाणा से सरकार बात करती है, लेकिन किसानां द्वारा पराली जलाने की बात सामने आती है। लिहाजा, इस साल मौसम से पहले ही दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय अपनी बात रख रहे हैं।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि आज की बैठक में मुख्य तौर पर जाड़े के समय में बढ़ने वाले प्रदूषण स्तर पर चर्चा हुई। दिल्ली का प्रदूषण स्तर बढ़ने का अधिक कारण बाहर का प्रदूषण है। उनका कहना है कि मैंने सभी राज्य सरकारों,केंद्र सरकार से अपील की है कि पराली की समस्या का जड़ से समाधान के लिए आपातकालीन उपाय के तौर पर बायो डीकम्पोजर का युद्ध स्तर पर छिड़काव करने की तैयारी करें। पंजाब, हरियाणा,उत्तर प्रदेश समेत कई सरकारों ने बताया कि वे इसके उपयोग का निर्णय ले रहे हैं।

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा के सहयोग से बायो डी-कम्पोज़र बनाने की प्रक्रिया आगामी 24 सितम्बर से होगी शुरू। इस साल लगभग 4000 एकड़ जमीन पर किया जाएगा निःशुल्क छिड़काव।

बता दें कि जब दिल्ली में दमघोंटू हवा चलती है, तो आम जनता से लेकर कोर्ट तक दिल्ली सरकार से सवाल करती है। हाल ही में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्मॉग टावर की शुरूआत की है। कई और र्स्माग टावर लगाने की बात है।