नई दिल्ली। नागालैंड में सेना से जुड़ी हिंसा को लेकर संसद में खूब हो-हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने इस मसले पर केंद्र सरकार को पक्ष रखने के लिए कहा। साथ ही दोश्शियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। संसद में नागालैंड को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अभी स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। पुलिस महानिदेशक नागालैंड और आयुक्त नागालैंड ने 5 दिसंबर को घटनास्थल का दौरा किया। घटना की प्राथमिकी दर्ज़ की गई है: मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए इस मामले को राज्य अपराध पुलिस स्टेशन को जांच के लिए सौंप दिया गया है। इस संदर्भ में एक विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया है जिसे एक महीने के अंदर जांच पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि ये निर्णय लिया गया है कि सभी एजेंसियों को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि विद्रोहियों के खिलाफ अभियान चलाते समय भविष्य में ऐसी किसी घटना की पुनरावृत्ति न हो। सरकार स्थिति पर सूक्ष्मता से नज़र रख रही है।
Union Home Minister Amit Shah makes a statement in Rajya Sabha on the incident of death of civilians in an anti-insurgency operation that went awry in Nagaland
"Army has initiated a probe into this incident at the highest level. Action will be taken as per the law," he says. pic.twitter.com/U2Bpb4abvU
— ANI (@ANI) December 6, 2021
बता दें कि नागालैंड का मसला अभी दिल्ली की राजनीतिक गलियारों में भी उठ चुका है। विपक्षी दल कांग्रेस ने भी इस मसले को लेकर केंद्र सरकार को घेरा है। कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि जिन राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं वहां पर जनता के साथ जुल्म, ज्यादती और अत्याचार की हर सीमा को लांघा जा रहा है। ‘चुनावजीवी’ भाजपा को जनता ने सबक सिखाने का पूरा मन बना लिया है।