गुवाहाटी। पूर्वोत्तर के राज्य असम में विधानसभा चुनाव (Assam Assembly Election 2021) के लिए वोटों की गिनती (Counting) जारी है। यह वह प्रदेश है, जहां भारतीय जनता पार्टी (BJP) को अपनी सत्ता बचाने की चुनौती है। अन्य चार प्रदेशों में भाजपा के पास खोने के लिए कुछ नहीं है। लेकिन, असम में उसे अपनी साख बचानी है। मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनेवाल (Sarvanand Sonewal) ने बीत पांच साल में कैसा काम किया, उसका लेखा-जोखा आज ही सामने आ जाएगा।
असम में भी रुझान आने लगे हैं। रुझानों में असम में भाजपा (BJP) गठबंधन का खाता खुल गया है। न्यूज चैनल के मुताबिक, असम के शुरुआती रुझानों में भाजपा प्लस 19 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं, कांग्रेस भी 6 सीटों के साथ पीछा कर रही है। हालांकि, अन्य भी एक सीट पर आगे दिख रहा है। अब तक 26 सीटों के रुझान आ गए हैं, जबकी कुल सीटों की संख्या 126 है।
कोरोना काल में बिहार के चुनावों के बाद यह पहला मौका है, जब इतने बड़े स्तर पर इलेक्शन का आयोजन हुआ है। देश में कोरोना की तेजी से बढ़ती दूसरी लहर को देखते हुए मतगणना में कोविड प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू करने की बात कही गई है। ऐसे में अन्य चुनावों के मुकाबले इस बार नतीजे आने में देरी भी हो सकती है। बता दें कि चुनाव आयोग की ओर से मतगणना में उम्मीदवारों की एंट्री के लिए कोरोना निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया गया है।
असम की बात करें तो यहां एक बार फिर से एग्जिट पोल में भाजपा की सरकार बनती दिख रही है। ठीक इसी तरह केरल में भी लेफ्ट की सत्ता बरकरार रह सकती है। तमिलनाडु में सभी एग्जिट पोल्स में डीएमके और कांग्रेस गठबंधन को बंपर सीटें मिलने का अनुमान है।