कैथल। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र लोकसभा से ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रत्यासी डॉ. सुशील गुप्ता ने प्रेसवार्ता कर कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र के कैथल विधानसभा के गांव एवं वार्ड में चुनावी यात्रा शुरू की। इस दौरान उनके साथ मास्टर सतबीर गोयत, गज्जन सिंह, अनिल शोरेवाला, प्रो. सतीश गर्ग, पदम लटकानिया, दलबीर पुनिया, जयकिशन मान और मनोज कुर्रा मौजूद रहे।
उन्होंने अपनी चुनावी यात्रा कैथल पट्टी खोट से शुरू की। इसके बाद वे गांव मानस में लोगों से मिले। वहां से बाबा लदाना में ग्रामीणों से रूबरू हुए। इसके बाद बुढ़ा खेड़ा गांव में पहुंचे। यहां से गांव संगतपुरा, नंदसिंह वाला, सांघन, मालखेड़ी और पाडला पहुंचकर लोगों को संबोधित किया और आशीर्वाद लिया। इस दौरान उन्होंने बुजुर्गों और महिलाओं का आशीर्वाद लिया और “इंडिया” गठबंधन को भारी बहुमत से जिताने की अपील की। गढ़ी पाडला में ग्रामीणों के सामने भाजपा की तानाशाही नीतियों की पोल खोली। यात्रा का समापन देर शाम कैथल के वार्ड 25 में हुआ। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र लोकसभा में 9 विधानसभा, 950 गांव और 150 वार्ड हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से सभी गांव और वार्ड में जाऊंगा और इंडिया गठबंधन को जिताने की अपील करूंगा।
उन्होंने कहा कि पूरे हरियाणा में भ्रष्टाचार का बोलबाला है, हर घर तक नशा पहुंच चुका है जैसे पहले उड़ता पंजाब होता था लेकिन अब उड़ता हरियाणा हो गया है। इसके अलावा बेरोजगारी में हरियाणा नंबर वन है। हर घर में प्रदेश का निराश बैठा है, भाजपा सरकार के राज में 47 बार पेपर लीक हो चुका है। युवा अपनी जमीनें बेचकर अवैध तरीके हैं विदेशों की ओर पलायन करने लगे हैं। रोजगार न हो के कारण काम के लिए रशिया गए कैथल के मटौर गांव और करनाल के 7-7 बच्चे रूस और युक्रेन युद्ध में रशिया आर्मी में फंसे हैं। जो लगातर बाहर निकालने की गुहार लगा रहे हैं।
उन्होंने कहा किसान संगठनों ने अपील की है कि भाजपा और जजपा के किसी भी उम्मीदवार को गांव में घुसने नहीं दिया जाएगा। जिस प्रकार से पीएम मोदी एमएसपी का वादा करके मुकरे और 750 किसानों की शहादत के बाद तीनों कृषि कानून वापस लिए और उस समय जो वादा किया वो प्रधानमंत्री को याद नहीं है। इसके अलावा भाजपा सरकार अवैध तरीके से मंडियों को बंद करने का रास्ता निकाल रहे हैं। करनाल में 150 एकड़ में साइलो अडानी बंधुओं द्वारा लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आजाद हिंदुस्तान में पहली बार ऐसा हुआ है कि मजदूरों को मजदूरी बढ़ने की बजाए घटी है, क्योंकि भाजपा ने आढ़त घटा दी है। ये सरकार को नीति बन चुकी है कि किसी भी तरीके से किसान की जमीन और दुकानदार की दुकान छीन लो।
उन्होंने कहा कि चुनाव से ठीक पहले अचानक मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री पद से हटा देना और गठबंधन तोड़ देना अपने आप में बताता है कि भाजपा ने नैतिक रूप से ये स्वीकार कर लिया है कि भाजपा हरियाणा में पूरी तरह से फेल रही है। भाजपा ने चेहरा बदला है लेकिन हरियाणा के लोग सरकार बदलना चाहते हैं। भाजपा ने उस व्यक्ति नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया है और उसको हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी दी है जो अपनी पत्नी को जिला परिषद का चुनाव नहीं जीता पाए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार दिल्ली में डॉ. साहब सिंह को हटाकर तीन महीने के लिए सुषमा स्वराज को मुख्यमंत्री बनाया था और वो आखिरी मुख्यमंत्री साबित हुई थी। उसके बाद 25 साल हो गए दिल्ली में भाजपा का राज नहीं आया। ऐसा ही हाल भाजपा का हरियाणा में होने वाला है।