Breaking : टीएनबी की खबर पर लगी मुहर, नवजोत सिंह सिद्धू बने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष

पंजाब की राजनीति एक नई करवट लेगी। मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष में एका नहीं है। परस्पर मनभेद सरेआम हो चुकी है। कैप्टन अमरिन्दर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू की तल्खी का असर विधानसभा चुनाव पर कितना पड़ेगा ?

नई दिल्ली। काफी राजनीतिक बैठकों के बाद आखिरकार कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पंजाब की राजनीति को लेकर अहम निर्णय ले लिया है। रविवार की देर शाम सोनिया गांधी के निर्देश पर पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से एक सूचना जारी कर दिया। नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब प्रदेश कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष का नियुक्त कर दिया गया है। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू है।

इस आशय की खबर द नेशनल बुलेटिन यानी टीएनबी ने 16 जुलाई को ही प्रकाशित की थी। उस खबर में इसका विस्तार जिक्र किया गया कि आखिर सिद्धू को प्रदेश की कमान क्यों दी जाएगी। बता दें कि इस दिन नवजोत सिंह सिद्धू दिल्ली आए थे। पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी और अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात से पहले और बाद में पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत भी सोनिया गांधी से मुलाकात कर आए थे।

शुक्रवार से रविवार तक राजनीतिक बैठकों का दौर चलता रहा। दिल्ली से लेकर चंडीगढ़ और पंजाब में कई नेताओं का दौर चला। हरीश रावत मोहाली स्थिति पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के आवास पर मिले। वहीं, नवजोत सिंह सिद्धू प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ सहित कई दूसरे विधायकों से मुलाकात कर अपने पक्ष में लोगों को करते रहे।