नई दिल्ली। चार दिवसीय लोक महापर्व छठ की आज शुरूआत हो गई। व्रती इसके पहले दिन नहाय खाय करते हैं। राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के बीच व्रतियों ने छठ पर्व की शुरूआत की है। छठ पूजा के पहले दिन यमुना नदी में जहरीले झाग के बीच श्रद्धालुओं ने यमुना नदी में स्नान किया। एक श्रद्धालु महिला ने कहा, “यहां पानी बहुत गंदा है लेकिन छठ पूजा में नहाना पड़ता है इसलिए हम नहाने आए हैं।
असल में, नहाय खाय के दिन व्रती नदी-तालाब में स्नान करती हैं। इसके बाद पूरे स्वच्छता का ध्यान रखकर भोजन पकाया जाता है। छठ व्रतियों को नए कपड़े दिये जाते हैं। पीले और लाल रंग के कपड़ों की विशेष महत्ता होती है। हालांकि, दूसरे रंगों के कपड़े भी पहने जा सकते हैं। स्नान के बाद ही छठ व्रती चना दाल, कद्दू की सब्जी और चावल का प्रसाद ग्रहण करती हैं।
बता दें कि व्रती संतान की प्राप्ति, सुख-समृद्धि, संतान की दीघार्यु और आरोग्य की कामना के लिए साक्षात सूर्य देव और छठी मैया की आराधना करती हैं। छठ का आरंभ 08 नवंबर 2021 दिन सोमवार, नहाय-खाय से हो रहा है। 09 नवंबर 2021 दिन मंगलवार को खरना किया जाएगा और अस्ताचलगामी सूर्य को छठ का प्रथम अर्घ्य दिया जाएगा। 10 नवंबर 2021 दिन बुधवार को कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि पर छठ का मुख्य पूजन है। 11 नवंबर 2021 दिन बृहस्पतिवार को सप्तमी तिथि में उगते सूर्य को छठ का अंतिम अर्घ्य दिया जाएगा।
हर छठघाट पर लगातार सरकार और स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा साफ सफाई किया जा रहा है। छठ घाटों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।