नई दिल्ली। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Heman Soren)मंगलवार शाम में एक विशेष प्लेन से दिल्ली आ गए। रात में कुछ खास लोगों से मिले और बुधंवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal)से मुलाकात हुई। इस मुलाकात में गठबंधन सरकार के कामकाज सहित आपसी तालमेल को लेकर चर्चा हुई। राज्य में बोर्ड और निगम के करीब दो दर्जन से अधिक अध्यक्ष के पद खाली हैं। कोरोना काल में किसी पर नियुक्ति नहीं हो पाई। इन तमाम पदों पर अब सरकार जल्द से जल्द नियुक्ति करना चाहती है।
सूत्रों का कहना है कि झारखंड में मंत्री का चेहरा भी बदलने के पूरे आसार हैं। कांगेे्रस कोटे से बने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) को हटाया जा सकता है। उनकी जगह अम्बा प्रसाद के नाम की चर्चा है। असल में, जोगिन्दर साहू पर केस होने के कारण बन्ना गुप्ता को मंत्री बनाया गया था। चूंकि यह मंत्री पद कांग्रेस के कोटे से है, इसलिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इसके लिए कांग्रेस नेतृत्व से सहमति लेनी होगी। कोरोना के बाद राज्य सरकार की कई योजनाओं को त्वरित गति से किया जाना है, उसके लिए भी कांग्रेस की सहमति जरूरी मानी जाती है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM)के कई लोग बोर्ड और निगम में निुयक्ति की आस देख रहे हैं। सरकार बने डेढ साल से अधिक का समय बीत चुका है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren)को अपने लोगों को एडजस्ट करना है। कुछ लोग कांग्रेस के भी हैं। इसलिए कांग्रेस तय करेगी कि बोर्ड और निगम में वह किसे और कहां सेट करती है।
चर्चा जोरों पर है कि कांग्रेस (Congress) नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष को बदलने पर विचार कर रही है। इसलिए रामेश्वर उरावं मुख्यमंत्री के आने से पहले ही दिल्ली आ गए थे। उन्होंने कई वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। साथ ही यह भी कहा गया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी से मिलने के लिए समय मांगा है। खबर लिखे जाने तक यह सूचना नहीं मिल पाई कि कांग्रेस आलाकमान ने इन्हें समय दिया है या बिना मिले ही ये लौट जाएंगे।