दिल्ली में अरविंद केजरीवाल सरकार और एलजी वीके सक्सेना के बीच टकराव लगातार जारी है. शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजने के मामले पर ‘आप’ विधायकों समेत अरविंद केजरीवाल ने एलजी के खिलाफ मार्च निकाला।दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा की कोई LG कहे कि वो सुप्रीम कोर्ट को नहीं मानता तो जनतंत्र नहीं बचेगा।
दिल्ली की जनता तानाशाही सहन नहीं करेगी। दिल्ली लोकतंत्र से चलेगी।
LG साहिब को संविधान और SC के आदेश मानने ही पड़ेंगे। pic.twitter.com/uY9cz9Qraz
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 16, 2023
हम शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड जाने दो” के लिए एलजी हाउस मार्च कर रहे हैं.एलजी ने मोहल्ला क्लिनिक के डॉक्टर्स ,मार्शल्स की सैलरी,DJB की पेमेंट रोकी।उप-राज्यपाल एक एडवाइजर रखें जो सुप्रीम कोर्ट संविधान की समझ रखता हो.केजरीवाल ने आगे कहा की LG साहब फाइल कैसे रोक सकते हैं? उनके पास अधिकार नहीं है,वो गुंडागर्दी कर रहे हैं।पिछले साल मुझे भी विदेश नहीं जाने दिया लेकिन शिक्षकों को तो जाने दो! ग़रीबों के बच्चों से क्या दुश्मनी है?बीजेपी दिल्ली ठप कर कर दिखाना चाहती है कि केजरीवाल से दिल्ली नहीं चल रही.यही नहीं केजरीवाल ने टवीट कर लिखा की दिल्ली की जनता तानाशाही सहन नहीं करेगी। दिल्ली लोकतंत्र से चलेगी।एलजी साहिब को संविधान और सुप्रीम कोर्ट के आदेश मानने ही पड़ेंगे।बता दे दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली एलजी पर शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड जाने से रोकने का आरोप लगाया था और कहा था की एलजी साहब! दिल्ली सरकार के 30 शिक्षकों को दिसंबर में फ़िनलैंड ट्रेनिंग के लिए जाना था। आपने दो बार फाइल रिजेक्ट कर के वापिस भेजी है। हर बार नई नई आपत्तियों के साथ। क्या एलजी की कॉस्ट बेनिफिट एनालिसिस हुई? एलजी से दिल्ली को फ़ायदा है कि नुक़सान?