राष्ट्रपति सहित केंद्रीय नेताओ से सीएम शिवराज ने की मुलाकात, मध्य प्रदेश आने का दिया न्यौता

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमान जगत प्रकाश नड्डा जी से दिल्ली में भेंट कर उन्हें भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश सरकार द्वारा आदरणीय प्रधानमंत्री जी के जन्मदिवस 17 सितंबर से 31 अक्तूबर तक चलाए जाने वाले अभियान के बारे में जानकारी दी ।

नई दिल्ली। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से शिष्टाचार भेंट की। यह उनकी राष्ट्रपति बनने के बाद पहली सौजन्य भेंट थी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राष्ट्रपति श्रीमती को मुर्मू को पुष्पगुच्छ भेंट कर प्रदेश की जनता की ओर से शुभ-कामनाएं दीं। भेंट के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में विकास और जन कल्याण के कार्यों विशेषकर समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने प्रदेश के जन कल्याण कार्यों की प्रशंसा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू को मध्यप्रदेश आने का निमंत्रण दिया जिसे राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू ने सहर्ष स्वीकार किया।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज केन्द्रीय ऊर्जा, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के. सिंह से उनके कार्यालय श्रम शक्ति भवन में भेंटकर प्रदेश के वर्तमान ऊर्जा परिदृश्य से अवगत कराया और ऊर्जा क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने केन्द्रीय मंत्री श्री सिंह को बताया कि मध्यप्रदेश ने एक साल में अपने ट्रांसमिशन लॉस 41 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत तक ला दिये हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय मंत्री को नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में प्रदेश की प्रगति के बारे में अवगत कराया। श्री चौहान ने बताया कि ओंकारेश्वर में 600 मैगावाट क्षमता का दुनिया का सबसे बड़ा फ्लोटिंग सोलर प्लांट निर्माणाधीन है जिसमें अबतक 300 मैगावाट के पी.पी.ए. समझौते किये जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में मुरैना और छतरपुर जिलों में निकट भविष्य में सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना की जानी है। उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश में ऊर्जा परियोजनाओं में ऊर्जा भंडारण की क्षमता भी विकसित की जा रही है जिसमें अतिशेष ऊर्जा उत्पादन का भंडारण कर, कमी होने पर इसका उपयोग किया जा सकेगा। श्री चौहान ने आगे बताया कि प्रदेश में सौर और वायु ऊर्जा पर आधारित हाइब्रिड संयंत्रों पर भी काम किया जा रहा है।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण से उनके निवास पर भेंट कर राज्य के वित्तीय परिदृश्य से अवगत कराया। श्री चौहान ने बताया कि कोविड वैश्विक महामारी के कारण राज्य की आर्थिक वृद्धि पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है और वांछित राजस्व प्राप्तियों में कमी आई है, जो विभिन्न विकास परियोजनाओं को प्रभावित कर रही है। उन्होंने बताया की 2024-25 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मध्यप्रदेश अपने हिस्से का योगदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए पूंजीगत व्यय में पर्याप्त वृद्धि की आवश्यकता है। श्री चौहान ने बताया की वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए पूंजीगत व्यय के लिए राज्य का बजट आवंटन 48,800 करोड़ रुपये रखा गया है, जो राज्य की जीएसडीपी का लगभग 4% है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया की बिजली क्षेत्र में सुधार के लिए भी प्रदेश प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया की पुर्नोत्थान वितरण क्षेत्र योजना (आरडीएसएस) के अंतर्गत विकसित किए जाने वाले बुनियादी ढांचे की लागत का 40% योगदान भी राज्य सरकार वहन कर रही है। उन्होंने बताया की केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के निर्देशानुसार राज्य डिस्कॉम द्वारा बकाया राशि रुपए 213 करोड़ का 40 मासिक किश्तों में भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने जानकारी दी की राज्य डिस्कॉम ने वित्तीय स्थिरता में सुधार करते हुए अपने एटीएंडसी लॉस को वित्त वर्ष 2021 में 41.55% से घटाकर वित्त वर्ष 2021-22 में 20.32% कर दिया है।