लखनऊ। बीते वर्ष पूरे विश्व ने स्वस्थ्य दिनचर्या की महत्ता को एक बार फिर समझा। कोरोना काल ने सभी को यह सिखा दिया कि वही स्वस्थ रह सकता है जो संयमित हो और जिसका दिनचर्या सही हो। इसी बात को एक बार फिर रविवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा। उनका कहना है कि कोई बच्चा भले एक परिवार में पैदा होता है, लेकिन वह राष्ट्र की अमूल्य धरोहर है, ऐसे में स्वस्थ भारत के निर्माण के लिए जरूरी है कि हर नागरिक की स्वस्थ दिनचर्या बनी रहे।
असल में, 31 जनवरी से पूरे देश में एक बार फिर पोलियो टीकाकरण अभियान की शुरूआत की गई है। बीते समय इस अभियान को कोरोना के कारण रोक दिया गया था। पूरे देश में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे शुरू करवाया। रविवार को वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय में पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ करने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने कहा कि 2014 में भारत को पोलियो से मुक्त कर दिया गया लेकिन पाकिस्तान, अफगानिस्तान और नाइजीरिया जैसे देशों में अभी भी बड़ी संख्या में पोलियो के मामले सामने आ रहे हैं और उसका संक्रमण भारत के बच्चों में ना हो जाए, इसलिए पल्स पोलियो अभियान चलाने की आवश्यकता है।
वीरांगना अवन्ती बाई महिला चिकित्सालय, लखनऊ से 'पल्स पोलियो अभियान' का शुभारंभ… https://t.co/5y7QymcWC9
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 31, 2021
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि थोड़ी सी लापरवाही बच्चे के भविष्य को खराब कर सकती है, ऐसा पहले देखा गया है। उन्होने कहा कि 125 करोड़ की आबादी को पोलियो से बचाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी बड़ी भूमिका का निर्वहन किया है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में कहा जाता रहा है कि यहां का स्वास्थ ढांचा बहुत खराब है इसलिए स्वस्थ दिनचर्या की चुनौती बनी रहती थी, लेकिन यहां के चिकित्सकों ने साबित किया कि अब वे अपनी दृढ़इच्छाशक्ति से परिणाम देने में पीछे नहीं हैं।