नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर हाशिए पर पड़े समुदायों के छात्रों के लिए छात्रावासों की दयनीय स्थिति और समय पर छात्रवृत्ति न मिलने की समस्या को लेकर गहरी चिंता जताई है।
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि देश भर में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदायों से आने वाले छात्रों के लिए छात्रावासों की स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने यह भी मांग की कि इन छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति समय पर और नियमित रूप से प्रदान की जाए, ताकि वे बिना किसी आर्थिक बाधा के अपनी शिक्षा जारी रख सकें।
अपने पत्र में राहुल गांधी ने लिखा, “देश के लाखों वंचित छात्र सीमित संसाधनों के बावजूद उच्च शिक्षा की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन खराब छात्रावास सुविधाएं और छात्रवृत्तियों में देरी उनकी पढ़ाई में रुकावट बन रही है। यह न केवल उनके सपनों को बाधित करता है, बल्कि सामाजिक न्याय के हमारे मूल्यों के खिलाफ भी है।”
उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह इन मुद्दों को प्राथमिकता दे और शिक्षा में समान अवसर सुनिश्चित करने की दिशा में ठोस नीतिगत पहल करे।
राहुल गांधी के इस पत्र को विपक्ष द्वारा सामाजिक न्याय और शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की जवाबदेही तय करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। कांग्रेस पार्टी ने भी इस मुद्दे को राष्ट्रीय बहस का हिस्सा बनाने की योजना बनाई है।