नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से तीन नए केंद्रीय कृषि कानून को रद्द किए जाने की घोषणा के बाद मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित कई दूसरे बड़े नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। साथ ही कहा कि किसानों ने आंदोलन के आगे केंद्र सरकार ने घुटने टेक दिए।
राहुल गांधी ने तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद शुक्रवार को कहा कि देश के अन्नदाताओं ने सत्याग्रह से अहंकार का सिर झुका दिया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सिर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!’’ राहुल गांधी ने कृषि कानूनों के खिलाफ कुछ महीने पहले पंजाब में निकाली गई अपनी एक यात्रा के दौरान दिए गए अपने उस बयान एक वीडियो भी साझा किया जिसमें उन्होंने दावा किया था कि केंद्र सरकार एक दिन ये कानून वापस लेने को मजबूर होगी।
देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया।
अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो!जय हिंद, जय हिंद का किसान!#FarmersProtest https://t.co/enrWm6f3Sq
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 19, 2021
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने के फैसले से संबंधित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा को किसानों एवं अपनी पार्टी के लिए जीत करार दिया और यह दावा भी किया कि चुनाव की डर से सरकार यह निर्णय लेने को ‘‘विवश’’ हुई। चिदंबरम ने ट्वीट किया, ‘‘लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन से क्या हासिल नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री की ओर से तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा करना नीति में बदलाव और हृदय परिवर्तन से प्रेरित नहीं है। यह चुनाव की डर से फैसला किया गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बहरहाल, यह किसानों के लिए बड़ी जीत है और कांग्रेस पार्टी के लिए भी जीत है जो इन कानूनों का पुरजोर विरोध कर रही थी।’’
लोकतांत्रिक विरोध से जो हासिल नहीं किया जा सकता, वह आने वाले चुनावों के डर से हासिल किया जा सकता है!
तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की प्रधानमंत्री की घोषणा नीति परिवर्तन या हृदय परिवर्तन से प्रेरित नहीं है। यह चुनाव के डर से प्रेरित है!
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) November 19, 2021
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘पहले संसद में जोर-जबरदस्ती से कानून पारित करवाते हैं। फिर अप्रत्याशित विरोध का सामना करते हैं। फिर उत्तर प्रदेश एवं पंजाब में चुनाव का सामना करते हैं। आखिरकार कानून निरस्त करते हैं। आखिर में किसान की जीत हुई। मैं अपने किसानों की दृढ़ता को सलाम करता हूं जिन्होंने हिम्मत नहीं हारी।’’
First, bulldoze laws in Parliament. Then face unprecedented protests. Thereafter, confront election realities in Uttar Pradesh and Punjab, particularly. Finally, after much appeal, repeal. Kisan-ity prevails at last!
I salute the tenacity of our kisans who did not give up.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) November 19, 2021
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीन कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने की घोषणा को ‘‘सही दिशा में उठाया गया कदम’’ करार दिया। उन्होंने यह भी कहा, ‘‘किसानों के बलिदान का लाभ मिला है।’’ सिद्धू ने कहा, ‘‘काले कानून को निरस्त किया जाना सही दिशा में उठाया गया एक कदम है…किसान मोर्चा के सत्याग्रह को ऐतिहासिक सफलता मिली है…आपके बलिदान का लाभ मिला है…पंजाब में कृषि क्षेत्र के पुनरूद्धार की रूपरेखा पंजाब सरकार की शीर्ष प्राथमिकता होनी चाहिए…बधाई ।’’