नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली सहित देश के कई राज्यों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन तेजी से अपना पैर पसार रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से तमाम राज्य सरकारों को सलाह दी गई है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें। जैसे ही स्थिति गंभीर लगे, तुरंत पाबंदी लगाएं। कोई रियायत नहीं दी जाएगी।
ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने फरवरी तक तीसरी लहर आने की आशंका व्यक्त की है। भारत के 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ओमिक्रॉन के 213 मामले सामने आ चुके हैं।दिल्ली में पिछले 24 घंटे में COVID19 के 125 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 58 लोग डिस्चार्ज हुए और एक भी व्यक्ति की मृत्यु दर्ज़ नहीं की गई।
केंद्र सरकार ने राज्यों से कहा कि यदि एक सप्ताह में 10 प्रतिशत से अधिक टेस्ट पॉजिटिव आते हैं या अस्पताल के 40 प्रतिशत से अधिक बेड घिर जाते हैं तो रात्रि कर्फ्यू और बड़े समारोहों पर प्रतिबंध लगाने जैसे कदमों पर विचार करें। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को जो एड्वाइजरी जारी की है उसमें कहा गया है कि वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट से 3 गुना ज्यादा संक्रामक है। डेल्टा वेरिएंट अभी भी देश के कई हिस्सों में मौजूद है। इसलिए, स्थानीय और जिला स्तर पर और भी अधिक दूरदर्शिता, डेटा विश्लेषण, गतिशील निर्णय लेने और सख्त और त्वरित नियंत्रण कार्रवाई की आवश्यकता है।