COVID19 Update : पीएम मोदी की बातों को नहीं करें नजरअंदाज, बच्चों को लगवाएं कोरोना का टीका

हम सबका अनुभव है कि जो कॉरोना वॉरियर्स हैं, हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं, इस लड़ाई में देश को सुरक्षित रखने में उनका बहुत बड़ा योगदान है। वो आज भी कोरोना के मरीजों की सेवा में अपना बहुत समय बिताते हैं।

नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ जंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देश के सामने आकर सभी को भरोसा दिलाया है कि सरकार उनके साथ है। किसी प्रकार की चिंता नहीं करें। सरकार अपना काम कर रही है, जनता सरकार के दिशा-निर्देशें का पालन करें। किसी भी बात को लेकर पैनिक नहीं बनाएं। इसके साथ ही देश के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने किशोरवय बच्चों को वैक्सीन और बूस्टर डोज की घोषणा की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि 15 से 18 साल के बच्चों के लिए 3 जनवरी से वैक्सीनेशन की शुरुआत होगी। मोदी ने कहा कि 15 साल से 18 साल की आयु के बीच के जो बच्चे हैं, अब उनके लिए देश में वैक्सीनेशन प्रारंभ होगा। 2022 में, 3 जनवरी को, सोमवार के दिन से इसकी शुरुआत की जाएगी।


पीएम मोदी ने तीन बड़ी घोषणाएं करते हुए कहा, ’15 साल से 18 साल की आयु के बीच के जो बच्चे हैं, अब उनके लिए देश में वैक्सीनेशन प्रारंभ होगा। वहीं, एहतियात की दृष्टि से सरकार ने निर्णय लिया है कि हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन की प्रीकॉशन डोज भी प्रारंभ की जाएगी। हम सबका अनुभव है कि जो कॉरोना वॉरियर्स हैं, हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं, इस लड़ाई में देश को सुरक्षित रखने में उनका बहुत बड़ा योगदान है। उनके अलावा 60 वर्ष से ऊपर की आयु के कॉ-मॉरबिडिटी वाले नागरिकों को, उनके डॉक्टर की सलाह पर वैक्सीन की प्रीकॉशन डोज का विकल्प उनके लिए भी उपलब्ध होगा।’
मोदी ने कहा कि भारत ने इस साल 16 जनवरी से अपने नागरिकों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया था। ये देश के सभी नागरिकों का सामूहिक प्रयास और सामूहिक इच्छाशक्ति है कि आज भारत 141 करोड़ वैक्सीन डोज के अभूतपूर्व और बहुत मुश्किल लक्ष्य को पार कर चुका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत की वयस्क जनसंख्या में से 61 प्रतिशत से ज्यादा जनसंख्या को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है। इसी तरह, वयस्क जनसंख्या में से लगभग 90 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की एक डोज लगाई जा चुकी है।