नई दिल्ली। देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन की गति तेज हो चुकी है। शासन-प्रशासन की ओर से नाइट कर्फ्यू लगाया जा रहा है। लोग रात में अपने घरों से बाहर नहीं निकल सकते हैं। किसी सार्वजनिक समारोह में देर रात शामिल नहीं हो सकते हैं। लोगों के मन में सवाल है कि क्या रात में ही कोरोना का डर है ? वहीं, विशेषज्ञ कहते हैं कि लोगों के मन में पाबंदी का डर हो, तो केवल अनिवार्य कार्य होने पर ही घरों से बाहर निकलेंगे। इसलिए ऐसा किया जा रहा है। वैसे ही अभी फेस्टिव और न्यू इयर का मौसम चल रहा है।
नोएडा पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने जमीनी स्तर पर नाइट कर्फ्यू की तैयारियों का जायजा लिया। नोएडा पुलिस आयुक्त ने बताया, “रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक पूरे गौतमबुद्ध नगर क्षेत्र में कर्फ्यू रहेगा। इसकी तैयारी कल से शुरू हो गई थी और लोगों को पहले ही सूचना दे दी गई थी।”
रात में 11 बजे से सुबह 5 बजे का कर्फ्यू लगने के बाद कानपुर पुलिस ने आने जाने वाले वाहनों की चेकिंग की। पुलिस अधिकारी राजेश सिंह ने बताया, “आज से लॉकडाउन लग गया है। हमे आदेश मिले हैं कि हम जनता को जागरूक करें। हम वाहनों की चेकिंग भी कर रहे हैं।”
महाराष्ट्र सरकार ने ओमिक्रॉन मामलों में वृद्धि को देखते हुए राज्य में रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू की घोषणा की है। भाग्यश्री बनायत CEO, श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट, शिरडी, महाराष्ट्र ने कहा कि महाराष्ट्र शासन की ओर से दिनांक 25 दिसंबर से रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। जिसके अनुसार श्री साई बाबा समाधि मंदिर रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक भक्तों के लिए बंद रहेगा।
ओमीक्रॉन को लेकर के लिए क्या नाइट कर्फ्यू ही है कारगर उपाय ?
महाराष्ट्र में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं। अदांजा है कि जनवरी तक पूरे देश में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। जिसे लेकर प्रतिबंध लगाए गए हैं। होटलों और शादी में 50% लोग शामिल हो सकते हैं।