मुंबई। दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी, भारत की प्रथम क्रमांकित कार्गो हैंडलिंग प्रमुख पोर्ट ने कंटेनर टर्मिनल के विकास पर संभावित बोलीदाताओं, हितधारकों और मीडिया को विस्तार में अवगत करने के लिए 2 मेगा परियोजनाओं और टूना-टेकरा, कांडला में बहुउद्देशीय कार्गो बर्थ के विकास पर एक सम्मेलन-सह-इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया। इसमें विभिन्न उद्योग जगत के नेताओं और प्रख्यात मीडिया कर्मियों की भागीदारी देखी गई थी।
सम्मेलन का आयोजन बंदरगाह पर दो आगामी मेगा परियोजनाओं को विकसित करने के लिए चर्चा, नेटवर्क और विचारों को प्रस्तुत करने के लिए एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से किया गया था। रु. 5966 करोड़ के अनुमानित लगत से दो मेगा कार्गो हैंडलिंग टर्मिनलों को पीपीपी मोड के तहत बीओटी आधार पर विकसित किये जाएंगे। श्री एस के मेहता, आईएफएस, अध्यक्ष, दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी ने सम्मेलन को संबोधित किया और आगामी मेगा परियोजनाओं की विभिन्न विशेषताओं और लाभों का प्रस्तुत किया। दीनदयाल पोर्ट की विकासात्मक परियोजनाओं में सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) को बढ़ावा देते हुए अध्यक्ष ने कहा, “डीपीए विकास के अपार अवसर और संभावनाएं प्रदान करता है। मैं यहां व्यापारिक बिरादरी और समुद्री क्षेत्र में सक्रिय रूप से शामिल इच्छुक उद्यमियों को इन दो मेगा परियोजनाओं के लिए निविदा में भाग लेने और व्यापार और राष्ट्र के समग्र लाभ के लिए पारस्परिक हित में डीपीए के साथ हाथ मिलाने के लिए आमंत्रित करता हूं। मैं समुद्री क्षेत्र के सभी इच्छुक निवेशकों और हितधारकों से इस संबंध में अपने सुझाव और विचार रखने का भी अनुरोध करता हूं।
सम्मलेन में भागदारोंको की मजबूत प्रतिक्रिया देखी गई और सम्मेलन में गहन इनपुट और स्वस्थ चर्चा के साथ 150 से अधिक उद्यमियों ने भाग लिया। इसके अलावा विदेश से लगभग 7 अंतर्राष्ट्रीय भगधराक और दूतावास के दो भगधराक भी वस्तुतः सम्मेलन में शामिल हुए और डीपीए की गतिशील पहल की सराहना की। इन प्रमुख परियोजनाओं के माध्यम से, डीपीए प्रति वर्ष 200 मिलियन मीट्रिक टन को संभालने के अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तत्पर है।