नई दिल्ली। कोरोना की तीसरी लहर को लोग लोग आशंकित हैं। वैक्सीनेशन सेंटर पर लंबी कतारे हैं, लेकिन लोगों को वैक्सीन नहीं मिल रही है। सरकार की ओर से केवल धन्यवाद दिया जा रहा है। तस्वीरें खिंचाई जा रही है। व्यवस्था कहीं दिख नहीं रहा है।
ये सब आरोप गुरुवार को विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से लगाया गया है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया भी अपने पूर्ववर्ती हर्षवर्षधन के रास्ते पर चल रहे हैं। विपक्षी पार्टी ने यह दावा भी किया कि टीकों की ‘कमी’ के मुद्दे पर देश की जनता को मूर्ख बनाया जा रहा है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘‘सदियों का बनाया, पलों में मिटाया, देश जानता है कौन ये कठिन दौर लाया।’’
सदियों का बनाया
पलों में मिटाया
देश जानता है कौन
ये कठिन दौर लाया।#VaccineShortage #LAC #Unemployment #PriceHike #PSU #Farmers #OnlyPR— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 15, 2021
पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने ट्वीट कर दावा किया, ‘‘ नए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया अपने पूर्ववर्ती की तरह उसी रास्ते पर चल रहे हैं। यह दुख की बात है। राज्य दर राज्य टीके की कमी की शिकायत कर रहे हैं। टीकाकरण केंद्रों में “टीके नहीं हैं“ के बोर्ड लगे होते हैं। टीकों की खुराक खत्म होने के बाद कतारों में खड़े लोगों को घर लौटना पड़ता है।’’
नए स्वास्थ्य मंत्री @mansukhmandviya अपने पूर्ववर्ती की तरह उसी रास्ते पर चल रहे हैं।यह दुख की बात है।
राज्य दर राज्य टीके की कमी की शिकायत कर रहे हैं।टीकाकरण केंद्रों में "कोई वैक्सीन नहीं" बोर्ड होते हैं।वैक्सीन की डोज खत्म होने के बाद लाइन में खड़े लोगों को घर लौटना पड़ता है।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) July 15, 2021
वहीं पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि क्या टीके की कमी की शिकायत करने वाले सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री झूठ बोल रहे हैं? क्या अखबार और टीवी की खबरों से लोगों को इसलिए दूर किया जा रहा है, क्योंकि टीकों की कोई खुराक नहीं है? निष्कर्ष यह है कि केंद्र और राज्यों के बीच जनता को मूर्ख बनाया जा रहा है।
उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कुछ राज्यों द्वारा कोविड-19 टीकों की कमी के बारे में शिकायत किये जाने के बीच बुधवार को ही कहा था कि लोगों में दहशत पैदा करने के लिए ’फिजूल’ बयान दिए जा रहे हैं और राज्यों को अच्छी तरह से पता है कि उन्हें कब और कितनी मात्रा में खुराक मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र राज्यों को खुराक के आवंटन के बारे में पहले ही सूचित कर चुका है।