Delhi News, क्यों राजेश पोरवाल को पहले कोर्ट ने किया रिहा, उसके बाद दिल्ली पुलिस को लगाई लताड़

सोशल मीडिया की पोस्ट को लेकर मामला आगे बढ़ा और राजेश पोरवाल को जेल तक जाना पड़ा। मुकदमा दायर हुआ, जेल हुई, अब रिहाई। आखिर क्या है पूरा मामाल, जानें पूरा मामला।

नई दिल्ली। यूं तो दिल्ली पुलिस को चुस्त माना जाता है, लेकिन कई बार उससे गलती होती है। फजीहत होती है। कोर्ट की लताड़ भी खानी पड़ती है। यही हुआ है राजेश पोरवाल के मामले में। सोशल मीडिया की पोस्ट को लेकर मामला आगे बढ़ा और राजेश को जेल तक जाना पड़ा। दिल्ली के विवेक विहार थाने में हाल ही में एक युवक को पुलिस ने 307 के मुक़दमे में जेल भेजा था युवक का नाम राजेश पोरवाल था, लेकिन जब मामला जज कि नज़र के सामने आया तो जज ने पूरे मामले को देखते हुए पहले तो राजेश पोरवाल को ज़मानत पर रिहा किया। साथ ही इलाक़े के डीसीपी और विवेक विहार थाना अध्यक्ष को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया है कि किस आधार पर 307 कि मुक़दमा दर्ज किया गया है।

दरअसल कुछ दिन पहले एक व्यक्ति ने राजेश पोरवाल की एक विडियो यू ट्यूब पर डाली थी जिसमें राजेश पोरवाल एक शराब माफ़िया से पैसे ले रहा है और विडियो डालने वाले ने आरोप लगाया कि यह पैसे पुलिस के लिए राजेश ने लिए थे। राजेश का कहना है कि वो पैसे शराब माफिया को पकड़वाने के लिए पुलिस से बात करके एक जाल बिछाने के तहत लिए गए क्यों राजेश पालीवाल को पहले कोर्ट ने किया रिहा, उसके बाद दिल्ली पुलिस को लगाई लताड़

जिसके बाद राजेश पोरवाल ने उस व्यक्ति से बात करते वो विडियो डिलीट करने की मांग की थी, लेकिन विडियो को डिलीट करने के वो शख़्स राजेश से 50 हज़ार रूपए मांग रहा था लेकिन राजेश ने पैसे नहीं दिए। बाद में उसी व्यक्ति ने विवेक विहार थाने में एक मामला दर्ज कराया जिसमें राजेश के ऊपर इलजाम लगा कि उसने अपने 2 साथियों के साथ मिलकर उस युवक कि गाड़ी पर हमला किया है, जबकि गाड़ी मे बैठे युवक के कोई चोट नहीं आई लेकिन पुलिस ने मामला 307 में दर्ज किया और राजेश को बिना छानबीन के जेल भेज दिया जब कोर्ट में मामला गया तो जज ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस को नोटिस जारी किया है, जिसमें पुलिस से जवाब तलब किया है कि इतने संगीन आरोप में राजेश को क्यो बंद किया? अब कोर्ट को पुलिस के जवाब का इंतज़ार है…