लखनऊ। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बडा हमला किया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार शिक्षा के क्षेत्र में कुछ नहीं कर रही है। इसलिए जब मैंने उनकी पोल खोलनी चाही। लोगों को वस्तुस्थिति से अवगत कराना चाहा, तो वे डर गए। मनीष सिसोदिया ने यह भी कहा कि मैंने उनके मंत्री को चुनौती दी थी, लेकिन वे नहीं आए। जब मैं खुद स्कूल देखने जाने लगा तो योगी की पुलिस ने मुझे रोका।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि, “यूपी के मुख्यमंत्री और उनके मंत्री बीते चार वर्ष से सिर्फ घूम ही रहे हैं। अब सिर्फ एक वर्ष का समय बचा है, अगर एक वर्ष में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ या उनके मंत्री मेहनत करें तो प्रदेश के हालत की हकीकत जान लेंगे।” उन्होंने कहा, “यहां की सरकार भी दिल्ली की केजरीवाल मॉडल सरकार की तरह काम करने का प्रयास करे। उत्तर प्रदेश में भी फ्री बिजली, पानी और शिक्षा दी जा सकती है। सरकार को इस पर काम करना होगा, लेकिन समय बेहद कम है।”
असल में, मनीष सिसोदिया मंगलवार को एक दिवसीय दौरे पर राजधानी लखनऊ पहुंचे। इस दौरान यूपी की शिक्षा व्यवस्था के साथ अन्य कार्य पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री के बहस करने दिन में पहुंचे मनीष सिसोदिया को गांधी भवन में इंतजार करना पड़ा। कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ के बहस में शामिल न होने के बाद सिसोदिया वहां से लखनऊ में प्राइमरी स्कूल का निरीक्षण करने के लिए निकले। यहां इनके कफिले को रोका गया।
मनीष सिसोदिया और संजय सिंह का काफिला रायबरेली रोड पर उतरेटिया में रोक दिया गया। सिसोदिया की लखनऊ के पुलिस कमिश्नर से फोन पर बात भी हुई। पुलिस कमिश्नर ने लखनऊ में उनके एक की कार्यक्रम की अनुमति लेने का हवाला दिया। इसपर सिसोदिया ने कहा, ‘यह बेहद ही शर्मनाक है कि आज जब हम सरकारी स्कूल का निरीक्षण करने जा रहे थे तो हमको रोका गया। योगी आदित्यनाथ सरकार तो दमन पर उतर आई है। हमको यहां रोका जा रहा है, अगर सीएम योगी आदित्यनाथ दिल्ली आएं तो वह किसी भी स्कूल, बिजली घर या फिर अस्पताल का निरीक्षण करने के लिए स्वतंत्र हैं।’