नई दिल्ली। केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटना अत्यंत दुखद और गंभीर है। इस प्राकृतिक आपदा ने अब तक 70 लोगों की जान ले ली है और 116 लोग घायल हुए हैं। सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है।
राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, “यहां चर्चा शुरू हुई और सभी सदस्यों ने वहां हुई भारी त्रासदी पर चिंता व्यक्त की। मैं कहना चाहूंगा कि यह सिर्फ केरल की त्रासदी नहीं है, बल्कि पूरे देश की चिंता है…प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार सक्रिय रूप से काम कर रही है और केरल में राहत कार्यों के लिए हर जरूरी काम कर रही है। सरकार की ओर से मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि जो भी जरूरी होगा वो पूरा किया जाएगा…पीएम ने केरल के सीएम से बात की और उन्हें आश्वासन दिया। राहत के लिए केंद्रीय एजेंसियों का सहयोग वहां पहुंच चुका है। राज्य सरकार के साथ समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है। अभी, प्राथमिक बात शवों को बरामद करना और उन लोगों को बचाना है जिन्हें बचाया जा सकता है…हमें आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली को सक्रिय करना चाहिए। वो सभी चीजे की जा रही हैं। हम सभी उनके साथ हैं…”
केरल के मुख्य सचिव डॉ. वी. वेणु ने कहा, ‘स्थिति अभी भी बहुत गंभीर बनी हुई है। अस्पतालों में 70 से अधिक शव पहुंच चुके हैं। लेकिन हमें खबर मिली है कि अभी भी कई लोग लापता हैं और हताहतों की संख्या बढ़ सकती है…एक छोटी सी टीम नदी पार करके पहुंचने में कामयाब रही है लेकिन हमें मदद पहुंचाने और नदी के दूसरी तरफ बचाव अभियान शुरू करने के लिए और भी लोगों को भेजना होगा…आज और कल रेड अलर्ट है इसलिए हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर सकते…NDRF पूरी ताकत से वहां मौजूद है, हमारे पास सेना का बैकअप है।’
केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास भूस्खलन की यह घटना अत्यंत दुखद और चिंताजनक है। राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाए जा रहे हैं, लेकिन भारी बारिश के कारण कठिनाइयाँ उत्पन्न हो रही हैं। इस समय सभी प्रभावित लोगों के साथ संवेदनाएँ और समर्थन व्यक्त करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। प्रशासन और राहत दलों के प्रयासों की सराहना करते हुए, हम आशा करते हैं कि जल्द ही सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा और स्थिति सामान्य हो जाएगी।