COVID19 Update : सोमवार को भी कोरोना के मामले 2500 के पार

नई दिल्ली। सोमवार की सुबह जब कोरोना के दैनिक संक्रमण मामलो को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से आंकड़े जारी की गई, तो भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 2,541 नए मामले सामने आए हैं 1,862 लोग डिस्चार्ज हुए और 30 लोग की कोरोना से मौत हुई।

राष्ट्रव्यापी कोविड टीकाकरण के तहत अब तक 187.71 करोड़ से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं। भारत में सक्रिय मरीजों की संख्या 16,522 है। सक्रिय मामलों की दर 0.04 प्रतिशत है। स्वस्थ होने की वर्तमान दर 98.75 प्रतिशत। बीते चौबीस घंटों में 1,862 लोग स्वस्थ हुए,अब तक स्वस्थ हुए कुल लोगों की संख्या 4,25,21,341 है। पिछले 24 घंटों में 2,541 नए मामले सामने आए। दैनिक सक्रिय मामलों की दर 0.84 प्रतिशत है। साप्ताहिक सक्रिय मामलों की दर 0.54 प्रतिशत है। अब तक 83.50 करोड़ जांच की जा चुकी हैं,बीते चौबीस घंटों में 3,02,115 जांच की गई।

भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज आज सुबह 7 बजे तक अंतिम रिपोर्ट के अनुसार 187.71 करोड़ (1,87,71,95,781) से अधिक हो गया। इस उपलब्धि को 2,30,40,984 टीकाकरण सत्रों के जरिये प्राप्त किया गया है। 12-14 आयु वर्ग के लिए कोविड-19 टीकाकरण 16 मार्च,2022 को प्रारंभ हुआ था। अब तक 2.66 करोड़ (2,66,55,947) से अधिक किशोरों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगाई गई है। समान रुप से 18-59 आयु वर्ग के लिये प्रीकॉशन खुराक 10 अप्रैल,2022 को प्रारंभ की गई। अब तक 4,17,414 प्रीकॉशन खुराक लगाई गई हैं।

देश के स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि टीकाकरण सत्रों की गुणवत्ता, टीकाकरण प्रक्रिया के सुचारू प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय और उप-राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्षों के माध्यम से कोल्ड स्टोरेज के बुनियादी ढांचे और लॉजिस्टिक्स वास्तविक समय की निगरानी और प्रतिक्रिया का भी इस रिपोर्ट में अध्ययन किया गया है। विज्ञान में भारत की सफलता की पुष्टि करते हुए, सोशल प्रोग्रेस इंपेरेटिव के सीईओ डॉ. माइकल ग्रीन ने हर मोर्चे पर भारत की प्रतिक्रिया की सराहना की और कहा कि टीका, महामारी के खिलाफ सबसे प्रभावी उपाय है, इससे महामारी के प्रसार को काबू किया जा सकता है और मरीज ठीक हो सकते हैं। हालांकि विश्व स्तर पर फैली महामारी के चलते पैदा हुई अभूतपूर्व आपदा ने सामान्य जिंदगी को प्रभावित भी किया और इसके परिणामस्वरूप अनेक लोगों की जान चली गई, बावजूद इसके महामारी ने मनुष्य को इसका मुकाबला करने के लिए दृढ़ संकल्प और इच्छा शक्ति जगाई है।
महामारी के दौरान प्रौद्योगिकी द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए हार्वर्ड विश्वविद्यालय के डॉ मार्क एस्पोसिटो ने कहा कि भारत ने विविधता के बावजूद, राष्ट्रीय संकट से निपटने के लिए न सिर्फ बेहतर प्रयास किया, बल्कि भविष्य में जन-स्वास्थ्य संबंधी संकट के लिए प्रौद्योगिकी का नये तरीके से इस्तेमाल करने के लिए दुनिया के लिए एक खाका तैयार किया है।