बच्चों के भोजन में मिलेट्स शामिल करने के ऐसे फायदे जो कम ही लोग जानते हैं

बच्चों के विकास के कई महत्वपूर्ण चरण होते हैं और इनमें पोषण का योगदान महत्वपूर्ण होता है। विकास के इन चरणों में पोषण की कमी बच्चों के शारीरिक विकास को बाधित कर सकती है।

डॉ. भावना शर्मा

मिलेट्स (मोटे अनाज) यानि ऐसे पारंपरिक अनाज जो अपनी बेहतरीन पोषण खूबियों, लंबे समय तक खाने लायक और पर्यावरण के लिए लाभदायक होने के कारण अच्छी वापसी कर रहे हैं। भारत, विश्व में मिलेट्स के उत्पादन में अग्रणी देश है। जवार, बाजरा, रागी, छोटा बाजरा, कोदो, कंगनी, प्रोसो मिलेट (बाजरे का एक प्रकार) और बार्नयार्ड मिलेट जैसे कुछ मोटे अनाज की किस्में हैं जो भारत में उगाई जाती हैं। यह छोटे अनाज पोषक तत्वों, एंटीऑक्सिडेंट्स, फाइबर से भरपूर होते हैं जिसकी वजह से इनकी पोषण क्षमता दूसरे अनाजों के मुकाबले श्रेष्ठ होती है और अब तो इन्हें न्यूट्री-सीरियल्स भी कहा जाने लगा है।

बच्चों के लिए फायदेमंद है मिलेट्स

सभी अभिभावक चाहते हैं कि उनके बच्चे शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह स्वस्थ्य हों। लेकिन बच्चों के पोषण स्तर को लगातार बनाए रखना जितना ज़रूरी है,कई बार उतना ही मुश्किल भी होता है। ऐसे में उन अनाजों की पहचान करना काफी महत्वपूर्ण है जो प्रचुर मात्रा में पोषण दे सकें। मिलेट्स एक बेहतरीन अनाज है जिससे बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पोषण मिल सकता है। इनमें ग्लूटन (लिसलिसा तत्व) नहीं होता। यह पोषण से भरपूर होते हैं। पचने में आसान होते हैं। इनसे एलर्जी का खतरा भी कम होता है। इस अनाज को बच्चों को पोषण से भरपूर स्वादिष्ट स्नैक या फिर दोपहर या रात के भोजन में किसी भी रूप में दिया जा सकता है। साथ ही मोटे अनाज से कई चीजें बनाई जा सकती हैं, इसीलिए आप अपने बच्चों के टिफिन में भी इसे शामिल कर सकते हैं। यह अनाज कई ज़रूरी पोषक तत्वों (न्यूट्रिएंट्स) से भरपूर होने के साथ ही पचने में भी आसान होते हैं।

पोषक तत्वों से भरपूर

जब बात आती है बच्चों के लिए सही डाइट प्लान करने की, तो ज़रूरी है कि सही विकास के लिए उनके खाने में पोषण के सबसे ज़रूरी पहलू का भी ध्यान रखा जाए। मिलेट्स (जैसे जवार, बाजरा, रागी व अन्य) पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होते हैं। यह फाइबर, प्रोटीन, लौह तत्वों (आयरन) और कैल्शियम से भरपूर होते हैं और बच्चों के आहार में इन्हें शामिल करना ज़रूरी है। स्वास्थ्य और शारीरिक विकास के लिहाज़ से बच्चों के पोषण की ज़रूरत अलग होती है। बाजरा (मोटा अनाज) एक ऐसा अनोखा सुपर फूड है जिसमें ज़रूरी पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं और इसीलिए बच्चों के संतुलित दैनिक आहार में इन्हें शामिल करना काफी अच्छा रहता है। ITC का आशीर्वाद मल्टी मिलेट फिक्स मोटे अनाजों का एक नया और जटिल मिश्रण है जो प्राकृतिक रूप से प्रोटीन से भरपूर है। इससे बच्चों की मांसपेशियों के विकास और स्टेमिना बढ़ाने और उन्हें शारीरिक रूप से ऐक्टिव रखने में भी मदद मिलेगी। मोटे अनाजों में पाया जाने वाला कैल्शियम हड्डियां मज़बूत बनाने में मददगार होता है जो बढ़ते बच्चों के लिए बेहद ज़रूरी है।

आंतों (पाचन तंत्र) के लिए फायदेमंद

मिलेट्स में 15-20% डाइटरी फाइबर होता है। इससे बच्चों का पाचन स्वास्थ्य अच्छा होता है और इनके प्रोबायोटिक फाइबर की मदद से पाचन तंत्र में अच्छे बैक्टीरिया की ग्रोथ बेहतर बनाने में मदद मिलती है। यह अनाज प्रकृतिक रूप से ग्लूटन मुक्त होता है, इससे एसिड नहीं बनता और पचने में हल्का होता है। इन्हीं खूबियों के कारण यह बच्चों के लिए एक बेहतरीन भोजन है।

कुपोषण/रोज के खाने में पोषक तत्वों की कमी से होने वाली परेशानियां दूर करे

बच्चों में कुपोषण गंभीर चिंता का विषय है। कुपोषण की वजह से उनमें संक्रमण का खतरा अधिक होता है, स्वस्थ्य होने की संभावना घटती है, और उनका विकास बाधित होता है। ऐसे में बच्चों के रोज़ के संतुलित भोजन में बड़े पैमाने पर मोटे अनाज को शामिल करके कुपोषण की बढ़ती चिंता को दूर किया जा सकता है। ITC का आशीर्वाद रागी आटा पोषण से भरपूर सुपरफूड है जिसमें आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम, ज़िंक, विटामिन बी, विटामिन डी जैसे ज़रूरी पोषण तत्व शामिल हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। बच्चों के पोषण की ज़रूरत को मोटे अनाज के साथ पूरा किया जा सकता है क्योंकि यह ऊर्जा से भरपूर होते हैं। और इसमें मौजूद आयरन, ज़िंक, मैग्नीशियम, विटामिन बी जैसे माइक्रोन्यूट्रिएंट्स रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, और एनीमिया, अव्यक्त भुखमरी संबंधित समस्याओं को दूर करने में मददगार हो सकते हैं।

( डॉ. भावना शर्मा, प्रमुख- पोषण विज्ञान, ITC लि. (फूड डिविज़न))