नई दिल्ली। लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष मनोहर जोशी का शुक्रवार को मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनके परिवार से जुड़े सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री जोशी को दिल का दौरा पड़ने के बाद बुधवार को यहां पी डी हिंदुजा अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।अस्पताल ने बृहस्पतिवार को एक बयान में बताया था कि जोशी (86) की हालत बेहद गंभीर थी। शिवसेना के दिग्गज नेताओं में शुमार जोशी को पिछले वर्ष मई में मस्तिष्काघात के बाद इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
अस्पताल ने बृहस्पतिवार को एक बयान में बताया था कि जोशी (86) की हालत बेहद गंभीर थी। शिवसेना के दिग्गज नेताओं में शुमार जोशी को पिछले वर्ष मई में मस्तिष्काघात के बाद इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जोशी वर्ष 1995 से 1999 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे और वह अविभाजित शिवसेना से राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले पहले नेता थे। जोशी संसद के सदस्य भी चुने गए थे और वह 2002 से 2004 तक पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में लोकसभा अध्यक्ष रहे।
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में साल 2002 से लेकर 2004 तक वे लोकसभा स्पीकर भी रहे। मनोहर जोशी ने अपने प्रोफेशनल करियर की शुरुआत साल 1967 में बतौर अध्यापक की थी। इसके बाद वे 1968-70 तक मुंबई नगर निगम के पार्षद रहे और बाद में मुंबई नगर निगम की स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष भी रहे। साल 1976-77 के बीच मनोहर जोशी मुंबई के मेयर भी रहे। मनोहर जोशी 1972 में महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य चुने गए और तीन कार्यकाल तक इसके सदस्य रहे। साल 1990 में मनोहर जोशी महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य चुने गए और इस दौरान नेता विपक्ष भी रहे।
मनोहर जोशी 1999 में हुए आम चुनाव में मुंबई की नॉर्थ-सेंट्रल लोकसभा सीट से चुनकर संसद पहुंचे और बाद में केंद्रीय मंत्री के रूप में भी काम किया। मनोहर जोशी के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता नितिन गडकरी ने कहा कि मनोहर जोशी के निधन से महाराष्ट्र की राजनीति का ‘सभ्य चेहरा’ चला गया। मनोहर जोशी की सरकार में नितिन गडकरी ने बतौर मंत्री काम किया था। मनोहर जोशी का अंतिम संस्कार दादर इलाके में शिवाजी पार्क श्मशान घाट में किया जाएगा।