NDTV के संस्थापक प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने अपने अधिकांश शेयर अडानी समूह को बेच दिये हैं।जिसके बाद गौतम अडानी 65% हिस्सेदारी के साथ एनडीटीवी के नए मालिक बन गए.राधिका और प्रणय रॉय ने ऐसा फैसला क्यों लिया इसे लेकर उन्होंने एक बयान भी जारी किया है जिसमे उन्होंने लिखा की हमने 1988 में एनडीटीवी की शुरुआत इस विश्वास के साथ की थी कि भारत में पत्रकारिता विश्वस्तरीय है, लेकिन एक मजबूत और प्रभावी प्रसारण मंच की जरूरत है जो इसे बढ़ने और चमकने दे।34 साल बाद हम मानते हैं कि एनडीटीवी एक ऐसी संस्था है जिसने हमारी बहुत सारी उम्मीदों और आदर्शों को पूरा किया है; हमें गर्व है
और हम आभारी हैं कि दुनिया भर में NDTV को “भारत और एशिया के सबसे विश्वसनीय समाचार प्रसारक” के रूप में मान्यता प्राप्त है।
एक और देश का दुश्मन ध्वस्थ !
Adani takes over @ndtv . pic.twitter.com/0dIBgddc2w— Ashoke Pandit (@ashokepandit) December 23, 2022
AMG मीडिया नेटवर्क, हालिया ओपन ऑफर के बाद, अब एनडीटीवी में सबसे बड़ा शेयरधारक है। नतीजतन, आपसी समझौते से हमने एनडीटीवी में अपने अधिकांश शेयरों को AMG मीडिया नेटवर्क को बेचने का फैसला किया है।ओपन ऑफर लॉन्च होने के बाद से श्री गौतम अडानी के साथ हमारी चर्चा सकारात्मक रही है; हमारे द्वारा दिए गए सभी सुझावों को उन्होंने सकारात्मक और खुलेपन के साथ स्वीकार किया। अडानी जी ने एक ऐसे ब्रांड में निवेश किया है जो विश्वास, विश्वसनीयता और स्वतंत्रता का पर्याय है, और हमें उम्मीद है कि वह इन मूल्यों को बनाए रखेंगे और इस प्रकृति के एक संगठन के नेता के लिए आवश्यक सभी जिम्मेदारियों के साथ उनका विस्तार करेंगे।हम NDTV और इसकी पूरी असाधारण टीम को विकास का अगला चरण देते हुए देखने के लिए उत्सुक हैं, जिस पर भारत गर्व कर सकता है।