गााजियाबाद। प्रदूषण और दिल्ली को मानो चोली दामन का साथ है। जब भी प्रदूषण की बात आती है, तो दिल्ली का नाम आता है। चाहे पराली का मसला हो या सर्दी में कोहरे के साथ प्रदूषण की बात। दिल्ली लोगों की जुबान पर होता है। मगर मंगलवार को स्थिति में जरा परिवर्तन हुआ है। नए आंकडे बता रहे हैं कि गाजियाबाद मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में सबसे प्रदूषित शहर रहा।
इसकी जानकारी एक सूचकांक ऐप के जरिए दी गई है। बताया जाता है कि प्रदूषण सूचकांक ऐप ‘समीर’ के अनुसार, गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 440 दर्ज किया गया। इसके अनुसार एक्यूआई बुलंदशहर में 454, दिल्ली में 377, नोएडा में 424, बागपत में 390, ग्रेटर नोएडा में 410, हापुड़ में 218, फरीदाबाद में 383, गुरुग्राम में 363, आगरा में 340, बल्लभ गढ़ में 385 भिवानी में 325 और मेरठ में 455 रहा। इस रिपोर्ट को लेकर गाजियाबाद को चिंता करनी चाहिए।
विशेषज्ञों का कहना है कि एक्यूआई शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘सामान्य’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘अत्यंत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है। हालंाकि, इसका एक तात्कालिक कारण किसानों का प्रदर्शन भी माना जा रहा है। इस प्रदर्शन के कारण जगह जगह अलाव जलाए जा रहे हैं और खुले में भोजन भी बनता है। साथ ही गाजियाबाद आने जाने के रास्ते पर लंबा जाम रहता है। जब वाहनों का जाम होगा, तो प्रदूषण में वृद्धि से इंकार नहीं किया जा सकता है।