नई दिल्ली। आप छोटे हो। आपको सीखाना हमारा काम है। पर ये क्या आप सारा दिन गैजेटस के साथ बिजी रहते हो। पूरा दिना या तो पढ़ते हो या इंडोर गेम्स में बिजी रहते हो। बेबी, आपको लाइफस्टाइल में कुछ अंतर लाने होंगे। वरना आपका दादा-दादी, नाना-नानी से डिस्टैंस बढ़ता ही जाएगा। अरे, बचपन में तो आपके सबसे फेवरेट होते थे दादू-नानू। यह बड़े होते क्या हो रहा है? आज से ही अपना नेचर बदलो। इस की शुरुआत करो दादू-नानू से। हैरान क्यों हो रहे हो!
आज है Grandparents Day । इस साल भारत में 12 सितंबर 2021 (रविवार) को Grandparents Day मनाया जाएगा। अपने दादा-दादी को सम्मान देने के लिए ये दिन मनाया जाता है। आप चाहते हैं वो आपको हर पल ब्लेसिंग्स दें, तो आज से हर दिन उनके साथ बिताएं। ऐसा करने से ब्लेसिंग्स, अनुभव और बहुत-सी प्रेरणादायी बातें उनसे पता चलेंगी।
आज का दिन उनके साथ स्पेंड करें। उनसे बातें करें, खेलें। उन्हें टेक सैवी बनाएं। उन्हें लंच पर ले जाएं। उनके साथ सेल्फी लें। उन्हें स्पेशल फील कराने के कई तरीके हैं। वैसे हम जानते हैं कि कि आपकी तरह दादू-नानू, दादी मां-नानी मां टैक सैवी हो गए हैं। तो बस, उन्हें आप प्यार भरे Grandparents Day उन्हें विश करते हैं। आप उको इस दिन खुश करने के लिए आप उन्हें कोट्स, मैसेज भेज सकते हैं।
कुछ मैसेज के उदाहरण
- दुःख का बादल उनकी वजह से घर से दूर होता है
किसी ने सच ही कहा है
घर में बुज़ुर्ग का होना भी ज़रूरी होता है।
हैप्पी ग्रैंड पेरेंट्स डे! - दादा दादी के बचपन के दिन लौट आते हैं,
जब पोता- पोती गोद में खेल रहे होते हैं।
हैप्पी ग्रैंड पेरेंट्स डे! - घरों के संस्कार घर के बच्चों से कभी अलग नहीं होते
जिन घरों में बच्चें दादा दादी की छत्र छाया में हैं पलते।
हैप्पी ग्रैंड पेरेंट्स डे! - दादा-दादी का तज़ुर्बा बच्चों को देता है मायूसी,
अपने पोती पोतों को प्यार करने में वे नहीं करते कंजूसी।
हैप्पी ग्रैंड पेरेंट्स डे! - जिस घर में दादा दादी की बोली की धुन मिल रही थी,
उनके आँगन में चेहरों की चमक धूप सी खिल रही थी,
खुशी, उत्साह का ठहाका लग रहा था,
अँधेरों में भी उस घर में धूप खिल रही थी। - यूं तो बचपन भी दो बार आता है ज़िन्दगी में
एक बार बचपन में और एक बार बुढ़ापे में!!
हैप्पी ग्रैंड पेरेंट्स डे! - वो घर अनाथ आश्रम से कम नहीं होता
जिस घर के बुज़ुर्गों का सवेरा वृद्ध आश्रम में है होता।
हैप्पी ग्रैंड पेरेंट्स डे!दादा-दादी को सहारा नहीं देना - दादा दादी का सहारा बनना है।
हैप्पी ग्रैंड पेरेंट्स डे! - बुढ़ापा तो बस बाहर है
अंदर से मेरे दादी दादा आज भी जवान हैं।
हैप्पी ग्रैंड पेरेंट्स डे!