नई दिल्ली। भारत के पर्यटन स्थलों की विविधता का दायरा समुद्र तटों, पहाड़ियों और शहरों से परे है। आध्यात्मिकता, विरासत और परंपराओं के व्यापक संगम के साथ दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक के रूप में, भारत हमेशा से ही वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक यात्रा के लिए एक शीर्ष विकल्प रहा है। महामारी ने भारतीयों को घरेलू पर्यटन स्थलों के बारे में संभावनाओं का पता लगाने के लिए प्रेरित किया और इस वजह से पिछले दो वर्षों के दौरान सांस्कृति पर्यटन में बड़ा उछाल देखने को मिला है।
भारत भर में उपभोक्ता यात्राओं के रुझान की निगरानी करते हुए वैश्विक यात्रा तकनीकी कंपनी ओयो ने आज ‘इंडिया’ज़ ट्रेजर ट्रोव ऑफ कल्चरल ट्रैवल 2022’ रिपोर्ट को जारी किया। इस रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले वर्ष की तुलना में 3.5 गुना से अधिक की वृद्धि के साथ अन्य सांस्कृतिक पर्यटन स्थलों के मुकाबले श्रीनगर 2022 में सर्वाधिक बुकिंग वृद्धि हासिल हासिल करने वाला पर्यटन स्थल रहा है। इस क्षेत्र में बढ़ती रुचि के कारण श्रीनगर के अलावा पहलगाम और जम्मू शीर्ष 5 सांस्कृतिक स्थलों में शुमार रहे हैं।
जनवरी से अप्रैल 2022 के बीच ओयो के बुकिंग डेटा के विश्लेषण के अनुसार, रैंकिंग के क्रम में श्रीनगर, पहलगाम, बोधगया, शिरडी और जम्मू भारत के शीर्ष 5 सांस्कृतिक स्थलों में शामिल हैं। भारत पूरी दुनिया में अपनी आध्यात्मिकता के लिए जाना जाता है। सांस्कृतिक यात्रा श्रेणी में ओयो का आंकड़ा तीर्थ और विरासत स्थलों के प्रति उपभोक्ताओं की बढ़ती दिलचस्पी को दर्शाता है। आध्यात्मिक केंद्र के रूप में देखा जाने वाला वाराणसी, 2022 में भारत में सबसे लोकप्रिय तीर्थ स्थल के तौर पर सूची में सबसे ऊपर है। इसके बाद तिरुपति, पुरी, अमृतसर औऱ शिरडी का नंबर आता है। इसके अलावा ओयो का मिड-समर वेकेशन इंडेक्स इस गर्मी में वैष्णो देवी जाने के मामले में उपभोक्ताओं की गहरी दिलचस्पी को दर्शाता है।
शीर्ष तीर्थ स्थल – क्षेत्रानुसार
पूर्व – वाराणसी
पश्चिम – शिरडी
उत्तर – अमृतसर
दक्षिण – तिरुपति
सांस्कृतिक पर्यटन में वृद्धि पर टिप्पणी करते हुए ओयो में प्रॉडक्ट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और मुख्य सेवा अधिकारी श्रीरंग गोड़बोले ने कहा, “भारत की पर्यटन अर्थव्यवस्था में सांस्कृतिक पर्यटन का हमेशा से ही बहुत बड़ा योगदान रहा है। भारत भर में घरेलू यात्रा में वृद्धि के साथ, लोग पिछले कुछ वर्षों में समृद्ध सांस्कृतिक स्थलों की खोज को लेकर उत्सुक रहे हैं। हम कई और युवाओं को छुपे हुए रत्नों, ऐतिहासिक स्थलों, पवित्र स्थलों और आध्यात्मिक या कल्याण स्थलों का चयन करते हुए देख रहे हैं। वाराणसी, शिरडी, राजस्थान और केरल इस उद्देश्य के लिए 2021 से लगातार शीर्ष बुक किए गए शहरों के रूप में दिखाई दिए हैं। सांस्कृतिक और आध्यात्मिक यात्रा को लेकर बढ़ती रुचि को ध्यान में रखते हुए हमने स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है। हम स्थानीय स्तर पर चलने वाले होटलों और घर के मालिकों को बढ़ावा देकर स्वरोजगार के अवसर पैदा करने के लिए लगातार समर्थन करते हैं। जैसा कि हमने जम्मू-कश्मीर में केवड़िया और पहलगाम में अपने स्थानीय होमस्टे की पहल के साथ किया था। हम ऐसे प्रमुख स्थलों पर ज्यादा से ज्यादा संख्या में पर्यटकों का आना सुनिश्चित करने के लिए उपभोक्ताओं को उनकी सुविधाओं के मुताबिक कैंसिलेशन और बुकिंग में संशोधन के साथ होटल पर भुगतान का विकल्प भी प्रदान कर रहे हैं।’’