रायपुर। छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री कौन रहेगा, इसको लेकर कांग्रेस में अभी भी खींचतान है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव में जोर-आजमाइश जारी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल गांधी से मिलकर रायपुर पहुंच गए, तो दूसरी ओर टीएस सिंहदेव लगातार दिल्ली-रायपुर की यात्रा कर रहे हैं। इसके बीच विपक्षी भाजपा बस्तर संभाग में चिंतन शिविर का आयोजन करके राजनीतिक दबाव बनाने की कोशिश कर रही है।
असल में, भाजपा को लगता है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर कांग्रेस के नेता आपस में उलझे रहे, तो इसका लाभ आनेवाले समय में भाजपा को मिल सकता है। राज्य के दक्षिण क्षेत्र में भाजपा के इस आयोजन को आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है। राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने सोमवार को यहां बताया कि पार्टी बस्तर जिले के जिला मुख्यालय जगदलपुर में तीन दिवसीय चिंतन शिविर आयोजित करेगी।
भारतीय जनता पार्टी नक्सल प्रभावित बस्तर जिले में मंगलवार से अगले तीन दिनों तक चिंतन शिविर आयोजित करेगी। रमन सिंह ने बताया कि चिंतन शिविर में राज्य में आगामी ढाई वर्ष की कार्य योजना तैयार की जाएगी। इस दौरान छत्तीसगढ़ में पार्टी के आगामी कार्यों को लेकर विचार-विमर्श किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगले ढाई वर्ष में पार्टी जनता के बीच जाकर राज्य सरकार की असफलता से अवगत कराएगी। बस्तर राज्य का बड़ा इलाका है यहां शिविर आयोजित होने से आदिवासी क्षेत्र में भाजपा कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा।
शिविर मंगलवार शाम लगभग चार बजे शुरू होगा तथा बृहस्पतिवार शाम को इसका समापन होगा। चिंतन शिविर में पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी एल संतोष, राष्ट्रीय महासचिव और छत्तीसगढ़ प्रभारी डी पुरंदेश्वरी, सह प्रभारी नितिन नवीन, राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव (संगठन) शिव प्रकाश, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, राज्य के पार्टी के सभी लोकसभा और राज्यसभा सदस्य, विधायक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रतिनिधि शामिल होंगे।