पटना। आर्थिक रूप से मिथिला का क्षेत्र आज भी पिछड़ा हुआ है। राज्य सरकार की योजनाओं का उस रूप में असर नहीं दिख रहा है, जितना अपेक्षित है। मिथिला में आर्थिक परिदृश्य सदृढ़ किया जा सकता है और सतत नकारात्मक सोच को अपने प्रयासों और दखल से बदला जा सकता है। इसी सोच से प्रेरित एक बहुआयामी रुपरेखा/ब्लुप्रिंट, मिथिला एंजेल नेटवर्क और सेंटर फॉर स्टडीज आफ ट्रेडिशन एंड सिस्टम्स के संयुक्त तत्वावधान में तैयार की गई है। मिथिला एंजेल नेटवर्क के श्री अरविंद कुमार और सेंटर फॉर स्टडीज आफ ट्रेडिशन एंड सिस्टम्स की निदेशक डॉ सविता झा ने बिहार सरकार के उद्योग मंत्री श्री समीर महासेठ से मुलाकात की और अपनी बात रखीं। मंत्री ने ब्लूप्रिंट को प्राथमिकता के आधार पर देखने और उसके अनुरूप कार्ययोजना बनाने की बात कही है।
मिथिला एंजेल नेटवर्क के श्री अरविंद कुमार के अनुसार, मिथिला के आर्थिक मसले पर बनाए गए इस ब्लूप्रिंट में जमीनी हकीकत और केंद्र-राज्य के आर्थिक नीतियों का गहन अध्ययन कर योजना बनाई गई है। इसी सिलसिले में राज्य सरकार के उद्योग मंत्री श्री समीर महासेठ के साथ पटना में तीन घंटे की मैराथन बैठक में विस्तृत चर्चा की गई। स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन और सीटिजन काउंसिल के गठन सीईएसीओएम ( सिटीजन इकोनॉमिक एडवाइजरी काउंसिल फॉर मिथिला) संबंधित योजनाओं और आगामी संभावनाओं पर विमर्श किया गया। राज्य को उपभोक्ता संस्कृति से उत्पादक संस्कृति की तरफ ले जाना होगा।
सेंटर फॉर स्टडीज आफ ट्रेडिशन एंड सिस्टम्स की निदेशक डॉ सविता झा ने कहा कि हमने सरकार के मंत्री के सामने पूरी बात रखी है। अभी भले ही मिथिला के लोगों को आर्थिक रूप से रात का आभास होता हो, लेकिन हमें पूरा विश्वास है कि कभी तो भोर होगा। हम अपने साथियों के साथ मिलकर उजास लाएंगे। डॉ सविता झा ने बताया कि बीते दिनों हमने दरभंगा में एक नेशनल सेमिनार का आयोजन किया था। उसमें भी उद्योग मंत्री श्री समीर महासेठ आए थे और अपनी बातों को विशेषज्ञों और आम लोगों के समक्ष रखा था। सेंटर फॉर स्टडीज आफ ट्रेडिशन एंड सिस्टम्स और मिथिला एंजेल नेटवर्क पटना, दरभंगा के साथ ही देश की राजधानी दिल्ली में भी ऐसे लोगों से मशविरा ले रहा है, जो इस क्षेत्र के विशेषज्ञ हैं और जिनके दिल में मिथिला के लिए हूक उठती है।
उद्योग मंत्री श्री समीर महासेठ ने दिया मिथिला को आर्थिक रूप से सशक्त करने का भरोसा
मिथिला को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए उद्योग मंत्री से मुलाकात. नकारात्मक सोच को अपने प्रयासों से बदल सकते हैं मिथिलावासी