एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की साजिश तेज़, BSF IG जम्मू ने कहा – सतर्क रहें सुरक्षा बल

 

जम्मू। जम्मू-कश्मीर में सीमा पर फिर से आतंक की साजिशें तेज़ हो गई हैं। सीमा सुरक्षा बल (BSF) के आईजी जम्मू फ्रंटियर शशांक आनंद ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान की ओर से आतंकी गतिविधियों में एक बार फिर तेजी देखी जा रही है।

शशांक आनंद ने कहा, “हमें लगातार इनपुट मिल रहे हैं कि आतंकवादी अपने लॉन्चपैड्स और शिविरों में लौट चुके हैं और वे एलओसी (नियंत्रण रेखा) और आईबी (अंतरराष्ट्रीय सीमा) पर घुसपैठ की फिराक में हैं।”

उन्होंने स्पष्ट किया कि मौजूदा हालात को देखते हुए सुरक्षा बलों को अत्यधिक सतर्क रहने की जरूरत है। बीएसएफ और सेना के जवानों को अग्रिम चौकियों पर निगरानी बढ़ाने और हर संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।

पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान की ओर से ड्रोन गतिविधियों और घुसपैठ की कोशिशों में वृद्धि हुई है, जिससे यह स्पष्ट है कि सीमा पार बैठे आतंकी संगठन एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में माहौल बिगाड़ने की फिराक में हैं। बीएसएफ और अन्य सुरक्षाबलों ने इन चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी रणनीति को और अधिक सख्त कर दिया है।

BSF IG शशांक आनंद का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में हुए ऑपरेशन सिंदूर में बीएसएफ की महिला कर्मियों ने पाकिस्तान की गोलीबारी और हमलों का डटकर जवाब दिया था।

सरहद पर एक बार फिर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं, लेकिन भारतीय सुरक्षा बल पूरी तरह सतर्क और तैयार हैं।

BSF DIG एसएस मंड ने बताया, “8 मई 2025 को निगरानी के दौरान सीमा की ओर आ रहे 40-50 लोगों की हरकतों का पता चला। हमने एहतियातन हमला किया। इसके तुरंत बाद, पाकिस्तान ने BSF की सीमा चौकियों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसका हमने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। इनपुट्स से पता चलता है कि हमारे हमले में कई आतंकवादी, उनके समर्थक, रेंजर्स और अधिकारी घायल हुए हैं।”

IG BSF जम्मू शशांक आनंद ने कहा, “9 मई को अखनूर के पास के इलाकों में पाकिस्तान ने बिना उकसावे के गोलीबारी की। 9-10 मई को पाकिस्तान ने अखनूर की सीमा पर भारी गोलीबारी की। BSF ने योजनाबद्ध तरीके से पाकिस्तान के लूनी आतंकी लॉन्च पैड को निशाना बनाया।”