बेंगलुरू। आखिरकार राजनीतिक नाटकीय घटनाक्रम का अंत हुआ। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफा देने का फैसला किया है। उन्होंने स्वयं कहा है कि वे आज ही दोपहर में राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। उसके बाद उन्हें अपना त्यागपत्र देंगे।
सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर येदियुरप्पा विधानसभा में भाषण दे रहे थे। येदियुरप्पा ने इस दौरान कहा कि उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। वह आज दोपहर के समय राज्यपाल से मिलेंगे। इस दौरान वह रो पड़े और कहा कि उन्होंने हमेशा अग्निपरीक्षा दी है। येदियुरप्पा ने भावुक अंदाज में कहा, ‘जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने मुझे केंद्र में मंत्री बनने को कहा था लेकिन मैंने कर्नाटक में रहना चुना।’
It has been an honour to have served the state for the past two years. I have decided to resign as the Chief Minister of Karnataka. I am humbled and sincerely thank the people of the state for giving me the opportunity to serve them. (1/2)
— B.S. Yediyurappa (@BSYBJP) July 26, 2021
असल में, राज्य के विधायकों का एक गुट इन्हें पसंद नहीं कर रहा था। इसको लेकर भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को भी अवगत कराया गया था। बीते दिनों जब बीएस येदियुरप्पा दिल्ली आए थे, उस समय ही इनके कुर्सी छोड़ने की बात थी। हालांकि, उस समय बीएस येदियुरप्पा ने इसे खारिज किया और कहा कि शिष्टाचार मुलाकात करने वे दिल्ली आए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने के बाद यह तय माना गया कि वे बेंगलुरू जाकर अपना इस्तीफा देंगे। येदियुरप्पा ने रविवार को ही यह संकेत दे दिया था कि उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ेगा। उन्होंने कहा था कि रविवार या फिर सोमवार तक यह फैसला हो जाएगा।