काशीवासियों को भा रहा है चेन्नई का इको फ्रेंडली चॉकलेट

वाराणसी। काशी तमिल संगमम में संस्कृति, साहित्य और हस्तकला, हस्तशिल्प के साथ-साथ एक अनोखा चॉकलेट भी मिल रहा है। इस चॉकलेट की खास बात यह है कि चॉकलेट में ही “गाजर का हलवा” “बूंदी का लड्डू” और “मसाला चाय” का स्वाद मिल रहा है इसको बनाने वाले विक्की चेन्नई के रहने वाले हैं जो एक विशेष पद्धति से कोको प्रोडक्ट द्वारा इस चॉकलेट का निर्माण कर रहे हैं और काशी तमिल संगमम में इनके स्टाल पर भीड़ भी देखने को मिल रही है।

दुकान पर आने वाले लोगों ने बताया कि बहुत अच्छा अनुभव रहा यहां काशी तमिल संगमम् में आकर यहां एक खास चाकलेट मिल रहा। खास इसलिए क्योंकि इसमें डार्क चॉकलेट के स्वाद के साथ-साथ गाजर का हलवा बूंदी का लड्डू और मसाला चाय का भी स्वाद मिल रहा है।

इस दुकान को लगाने वाले विक्की ने बताया कि हम चेन्नई से आए हैं कुल आठ प्रकार के चॉकलेट हमने इस तमिल संगमम में लगाया है। हमारे चॉकलेट को यहां आने वाले सभी मेहमान बड़े ही चाव से खरीद रहे हैं और इसके बारे में जान रहे हैं। उन्नति शर्मा ने बताया कि यह बेहद खास तरीके से बनाया गया है हमने बाजार में काफी डार्क चॉकलेट खाए हैं लेकिन यह एक दम अलग स्वाद से बना हुआ है। इसकी पैकिंग इको फ्रेंडली है और यह प्रोडक्ट भी बड़े ही खास एवं स्वाद से भरपूर बनाया गया है।