सोनिया गांधी के कारण लोकसभा की कार्यवाही स्थगित

सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ मिनट बाद कुछ विपक्षी सदस्यों द्वारा नारेबाजी के बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित की गई।

नई दिल्ली। मानसून सत्र के तीसरे दिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लेकर लोकसभा की कार्यवाही 40 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। आज ईडी उनसे पूछताछ करने वाली है। लोकसभा में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कानून के सामने सब बराबर हैं, नहीं? क्या कांग्रेस अध्यक्ष एक सुपर इंसान हैं? वे (कांग्रेस) सोचते हैं कि सोनिया गांधी कानून से ऊपर हैं।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि अगर गांधी परिवार बेदाग है तो अब बेहाल क्यों? अगर गांधी परिवार ने भ्रष्टाचार नहीं किया तो हंगामा क्यों? आखिरकार भारत के नागरिकों से अगर किसी ने भ्रष्टाचार किया है तो उससे पुछताछ करना एजेंसियों का काम है। तो क्या गांधी परिवार के लिए कानून अलग से बनेगा? गर कांग्रेस के पास छिपाने के लिए कुछ ना हो तो हंगामा करने की जरूरत नहीं है। ये तिलमिलाहट क्यों है, घबराहट क्यों है, छटपटाहट क्यों है? ये कहीं ना कहीं दिखाता है कि दाल में कुछ काला है या तो पूरी दाल ही काली है।

दूसरी ओर, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद का कहना है कि आम जनता और कांग्रेस कार्यकर्ता इससे रुष्ट है। BJP मोदी जी को कितना बचाते हैं जब वे मोदी जी के लिए ये कर सकते हैं तो हम सोनिया गांधी के लिए नहीं कर सकते हैं। मोदी जी अभी 8-10 साल से देश में दिखे हैं, सोनिया गांधी का परिवार कबसे इस देश की सेवा करते आ रहा है।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी वह महिला है जिनकी सास और पति देश के लिए शहीद हो गए। सरकार को इतनी शर्म नहीं आती है कि आप किसके साथ किस तरह का व्यवहार कर रहे हैं। ED वाले उनके घर जाकर बयान ले सकते थे, कई बार ऐसा किया गया है कि ED घर जाकर बयान लेती है। सोनिया गांधी जी को जेसे बुलाया गया वो बेहतर हो सकता था। हम जानते हैं और मानते हैं कि कानून सबके लिए बराबर है। इनके शासन में कानून सबके लिए समान नहीं है। जो BJP में है उसके लिए कानून बदल जाता है। इन्होनें देश में 2 कानून बनाया है विपक्ष के लिए अलग और पक्ष के लिए अलग।