नई दिल्ली। भारत की जी20 अध्यक्षता और देश में आयोजित हो रहीं जी20 देशों की बैठकों के प्रकाश में भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय 23 से 25 अप्रैल, 2023 तक राजस्थान की राजधानी जयपुर में ‘जी20 टूरिज्म एक्सपो’ का आयोजन कर रहा है। जी20 टूरिज्म एक्सपो का आयोजन ‘ग्रेट इंडियन ट्रेवल बाजार’ (जीआईटीबी) के 12वें संस्करण के साथ हो राजा है। अंतर्गामी पर्यटन (इनबाउंड टूरिज्म) के लिए भारत की सबसे बड़ी प्रदर्शनियों में से एक जीआईटीबी का आयोजन भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय, राजस्थान सरकार के पर्यटन विभाग और भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग परिसंघ (फिक्की) के साथ संयुक्त रूप से कर रहा है। विशिष्ट जी20 टूरिज्म एक्सपो में पैनल परिचर्चा, राजदूतों का वार्तालाप, सांस्कृतिक संध्या, गोल्फ का खेल आदि कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
जी20 टूरिज्म एक्सपो के उद्घाटन सत्र को भारत के जी20 शेरपा श्री अमिताभ कांत और भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के सचिव श्री अरविन्द सिंह सम्बोधित करेंगे।
एक विशेष व्यवस्था के तहत, ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ नामक स्पेशल ट्रेन से 22 अप्रैल को जी20 राष्ट्रों के फॉरेन टूर ऑपरेटर्स (एफटीओ) नई दिल्ली से जयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।
तीन साल के अंतराल के बाद आयोजित हो रही जीआईटीबी में 11,000 से ज्यादा बिज़नेस (बी2बी) बैठकों का आयोजन होगा, जिनमें जी20 देशों के 150 सहित 56 देशों के 283 टूर ऑपरेटर भारत के छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक, गोवा ओडिशा, मध्य प्रदेश, पंजाब, तमिल नाडु, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के 11 टूरिज्म बोर्डों सहित 290 से ज्यादा भारतीय प्रदर्शकों के साथ बैठकें करेंगे।
भारत के टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र के दिग्गजों के भाग लेने के साथ, कार्यक्रम में गवर्नेंस, नीति-निर्माण और उद्योग से जुड़े अग्रणी नाम एक मंच पर आकार भारत के यात्रा और पर्यटन उद्योग के भविष्य पर विचार-विमर्श करेंगे।
आयोजन को सम्बोधित करने वाले विशिष्ट वक्ताओं में राजस्थान सरकार में माननीय पर्यटन मंत्री श्री विश्वेन्द्र सिंह, माननीय पर्यटन (राज्य) मंत्री श्री मुरारी लाल मीणा, भारत के जी20 शेरपा श्री अमिताभ कांत, राजस्थान सरकार की मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा, भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के सचिव श्री अरविन्द सिंह, राजस्थान सरकार में प्रधान सचिव – पर्यटन, कला एवं संस्कृति श्रीमती गायत्री राठौड़ और फिक्की की पर्यटन एवं संस्कृति समिति के सभापति (चेयरपर्सन) श्री दीपक देवा शामिल है।
भारत सरकार में पर्यटन मंत्रालय के सचिव श्री अरविन्द सिंह ने कहा, “जी20 अध्यक्षता ने सतत/हरित पर्यटन के विज़न को बढ़ावा देने के लिए भारत को एक मजबूत मंच उपलब्ध कराया है। पर्यटन क्षेत्र की वृद्धि को बल प्रदान करने हेतु डिजिटलीकरण, एमएसएमई संवर्धन, व्यक्तियों के कौशल विकास, गंतव्य स्थल प्रबंधन और कचरा प्रबंधन जैसे पांच क्षेत्रों में भारत सरकार जी20 देशों के साथ मिलकर कार्य कर रही है। आशा है कि जीआईटीबी के साथ-साथ जी20 एक्सपो वृद्धि संवेग (मूमेंटम) को पुनः प्राप्त कर पर्यटन क्षेत्र को आवश्यक बल प्रदान करेंगे और इसको आगे बढ़ाते हुए भारत के सतत/हरित पर्यटन विज़न की प्राप्ति में महती भूमिका निभायेंगे।“
कार्यक्रम को अनूठा बताते हुए राजस्थान सरकार में पर्यटन, कला एवं संस्कृति प्रधान सचिव श्रीमती गायत्री राठौड़ ने कहा, “टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने असाधारण और दूरगामी निर्णय लिये हैं। पिछले एक साथ में 381 एमओयू/एलओआई पर हस्ताक्षर हुए हैं, जिससे 14,146 करोड़ रुपए का निवेश तो आकर्षित होगा ही, साथ ही 61,054 लोगों के लिए रोजगार अवसर बनेंगे। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 23-24 के राज्य बजट में निवेश के संवर्धन हेतु डीएलसी दरों के विवेकीकरण और स्टाम्प ड्यूटी में छूट के लिए 1500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। हमें पूरी आशा है कि यह आयोजन हमारे प्रयासों को मजबूती प्रदान करेगा।”
जी20 देशों समेत उद्योग और विदेशी प्रतिभागियों से प्राप्त हो रही प्रशंसा से उत्साहित फिक्की की पर्यटन एवं संस्कृति समिति के सभापति (चेयरपर्सन) श्री दीपक देवा ने कहा, “कोविड के कारण पर्यटन उद्योग को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था, पर हम अब पीछे छोड़ आगे बढ़ चुके हैं। 2021 में मात्र 1.52 मिलियन विदेशी सैलानियों के आगमन (एफटीए) की तुलना में लगभग चार गुणा वृद्धि दर्ज करते हुए 2022 में भारत में 6.19 मिलियन एफटीए दर्ज हुए। हम इस गति को बनाए रखने के प्रति आशान्वित हैं और 11 मिलियन एफटीए का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं, जहाँ हम 2019 में थे। हमें पूरी उम्मीद है कि जीआईटीबी इस लक्ष्य प्राप्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी।”
इस शानदार आयोजन के उद्घाटन सत्र में अंतर्गामी पर्यटन (इनबाउंड टूरिज्म) पर एक ज्ञान-प्रपत्र (नॉलेज पेपर) भी अनावरण किया जाएगा।
जी20 टूरिज्म एक्सपो और जीआईटीबी 2023 दोनों में प्रवेश रजिस्टर हो चुके विदेशी टूर ऑपरेटर और भारतीय प्रदर्शकों तक ही सीमित है।
इस विशिष्ट पर्यटन आयोजन को राजस्थान हॉटेल एवं रेस्टोरेंट संघ (एचआरएआर), भारतीय विरासती होटल संघ (आईएचएचए) और राजस्थान टूर ऑपरेटर्स संघ (राटो) जैसे अग्रणी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय संघों का समर्थन प्राप्त है। वर्ष 2008 में पहली बार आयोजित हुए जीआईटीबी ने साल-दर-साल मजबूत होकर भारत के अंतर्गामी यात्रा बाजार में एक खास मुकाम स्थापित किया है।