नई दिल्ली। आखिरकार वह घड़ी नजदीक आ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार आज शाम में 6 बजे तय किया गया है। राष्ट्पति भवन में मंगलवार से ही इसकी तैयारी की जा रही है। संभावित मंत्रियों को मंगलवार को ही दिल्ली आने के लिए कहा गया है। जो जहां थे, वहीं से दिल्ली के लिए निकल पड़े। देर रात तक अधिकतर लोग दिल्ली पहुंच चुके हैं।
सरकार और संगठन के बीच बेहतर समन्वय के लिए लगातार भाजपा में बैठकें हुईं। उससे पहले मंगलवार की सुबह ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के संगठन महासचिव बीएल संतोष के बीच बैठक हुई। उसके चंद मिनट बाद 8 नए राज्यपालों की नियुक्ति की गई। उस समय से ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल की बात तेज हो गई।
ज्योतिरादित्य सिंधिया, सर्वानंद सोनोवाल, नारायण राणे, जदयू नेता आरसीपी सिंह जैसे प्रमुख नेता दिल्ली पहुंच गए हैं। माना जा रहा है जिन राज्यों में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, उन राज्यों में सोशल इंजीनियरिंग को ध्यान में रखते हुए मंत्रिमंडल में तरजीह देकर एनडीए के कुनबे को बढ़ाने की कोशिश होगी। यह फेरबदल और विस्तार काफी बड़ा होगा, जिसमें लगभग डेढ़ दर्जन नए मंत्रियों को तो शामिल किया ही जाएगा, साथ ही कुछ पुराने चेहरों को हटाया भी जा सकता है।
केंद्रीय कैबिनेट में कुल 79 मंत्री हो सकते हैं, जिनमें से फिलहाल 53 ही हैं। इस तरह से 26 नए मंत्रियों के लिए पद खाली हैं। सूत्रों के अनुसार लगभग आधा दर्जन मंत्रियों पर गाज भी कर सकती है। लगभग डेढ़ दर्जन से ज्यादा नए मंत्रियों को शामिल किए जाने की संभावना है, जिनमें लगभग आधा दर्जन कैबिनेट मंत्री हो सकते हैं। मंत्रिमंडल में करीब 17 से 22 नए मंत्री शामिल हो सकते हैं।