कुत्तों से अधिक बिल्लियों का खौफ है केरल में ..

इस साल किये गए जाँच में सिर्फ जनवरी महीने में ही बिल्ली के काटने के 28,186 मामले सामने आए जबकि कुत्तों के काटने के 20,875 मामले थे।

कुत्तों का नाम सुनते ही आपके जेहन में एक साथ दो तस्वीरें उभर कर सामने आती है एक जिसमें कुत्ते की बफादारी की और दूसरी गली में घुमते उन आवारा कुत्तों की जो बच्चों से लेकर बूढों तक को वेवजह काटते हैं लेकिन आपको जानकर ये हैरानी होगी की भारत में ही एक ऐसा राज्य है जहां के लोगों को कुत्तों से नहीं बल्कि बिल्ली से खतरा है। केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में जो सर्वे रिर्पोट से खुलासा हुआ है उसमें लोगों को गत जनवरी महीने में कुत्तो से ज्यदा बिल्लियों के काटने के मामले सामने आये हैं । हालांकि ये बातें कुछ अजीबोगरीब हैं और सुनकर आपको गुदगुदी भी होगी और आप यह सोचने पर विवश हो जायेंगे कि क्या ऐसा भी हो सकता है लेकिन रिर्पोट के आंकङें कुछ ऐसी ही गवाही दे रहे हैं। रिर्पोट के मुताविक जनवरी में बिल्ली के काटने के कुल 28,186 मामले सामने आए जबकि कुत्तों के काटने के 20,875 मामले ।

आमतौर पर ये सुनने को ये आता है कुत्ते से लोगो खतरा होता है लेकीन ये अनोखी बात सामने आयी है ,केरल से जहाँ कुत्तो से जायदा बिल्ली का खतरा है जी हाँ हम बात कर रहे है तिरुवनंतपुरम, की जहाँ लोगो को बिल्लियों के काटने से खतरा है हाल ही बात है जनवरी महीने में कुत्तो से जायदा बिल्लियों के कटे मामले सामने आये है | इस साल किये गए जाँच में सिर्फ जनवरी महीने में ही बिल्ली के काटने के 28,186 मामले सामने आए जबकि कुत्तों के काटने के 20,875 मामले थे।

ये जानकारी हाल ही में राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक आरटीआई के जवाब में दिया है | जिसमे ये साबित हुआ की वहां कुत्तो से जायदा खतरा बिल्लियों के काटने से है | सुनने में ये थोड़ा अजीब जरूर लगता है पर ये सच है जो अकड़े बयां करते है |