नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने NEET PG काउंसलिंग में हो रही देरी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टर के साथ बैठक की। इस मसले पर फेडरेशन ऑफ रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA), दिल्ली के अध्यक्ष डॉ. मनीष ने कहा कि हम वापस सफदरजंग अस्पताल जा रहे हैं जहां सभी डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं। मंत्री के साथ जो भी बातचीत हुई है वो हम डॉक्टरों के सामने रखेंगे। आगे जो भी फैसला होगा वो सब मिल कर लेंगे।
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया की ओर से कहा गया कि रेजिडेंट डॉक्टर तुरंत काउंसलिंग शुरू करने के लिए कई दिनों से अपना विरोध दर्ज़ कर रहे हैं। सभी रेजिडेंट डॉक्टर के साथ आज मेरी विस्तार से बैठक हुई। सुप्रीम कोर्ट में केस होने से हम काउंसलिंग नहीं कर पा रहे हैं। 6 जनवरी को कोर्ट में सुनवाई है इससे पहले भारत सरकार की ओर से हम सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट जमा कर देंगे। हमारे डॉक्टर कल जब धरना दे रहे थे तब उनके साथ पुलिस की ओर से दुर्व्यवहार हुआ हो तो उसके लिए मैं खेद व्यक्त करता हूं। मैं सभी डॉक्टरों से अपेक्षा करता हूं कि कोविड के संकट में हमारे देश के नागरिकों, मरीज़ों को दिक्कत न हो उसके लिए अपनी ड्यूटी ज्वाइन कर लें।
Union Health Minister urged protesting (against the delay in NEET 2021 counseling) resident doctors to call off their strike in the public interest
— ANI (@ANI) December 28, 2021
रेजिडेंट डॉक्टर सफदरजंग अस्पताल में अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं जिससे अस्पताल में मरीज़ों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक व्यक्ति ने बताया, “हम अपनी मां को सफदरजंग अस्पताल भर्ती कराने आए थे लेकिन धरने के कारण हमें AIIMS जाने के लिए कहा जा रहा है।”