नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ जंग में भारत कदम दर कदम आगे बढ़ रहा है। एक ओर देश में 96 करोड़ से अधिक वयस्कों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है। दूसरी ओर केंद्र सरकार की ओर से मंगलवार को बच्चों के लिए कोरोना टीका लगाने की मंजूरी दे दी गई है।
विशेषज्ञ पैनल ने एक बयान में कहा, “विस्तृत विचार-विमर्श के बाद, समिति ने आपातकालीन स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग के लिए 2 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के लिए टीके के बाजार प्राधिकरण को मंजूरी देने की सिफारिश की है।”
प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारत बायोटेक के कोवैक्सिन को 2-18 साल के बच्चों के लिए आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिल गई है। यह मंजूरी कोविड-19 को लेकर गठित विशेषज्ञ समिति ने दी है। यह मेड इन इंडिया वैक्सीन दो खुराक में दी जाएगी। पहली और दूसरी खुराक के बीच 20 दिनों के अंतराल होगा।
भारत बायोटेक ने कथित तौर पर 9 जुलाई तक डब्ल्यूएचओ को सूचीबद्ध करने के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज जमा कर दिए थे। लांकि, WHO ने अभी तक Covaxin के आपातकालीन उपयोग की अनुमति नहीं दी है। बीते हफ्ते भारत बायोटेक ने 18 साल से कम उम्र के बच्चों में इस्तेमाल के लिए कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन के दूसरे चरण का परीक्षण पूरा किया था। जिसके बाद इसके आपातकालीन उपयोग की मंजूरी के लिए आंकड़े सीडीएससीओ को सौंप दिए थे।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार को यहां बताया कि आज सुबह सात बजे तक 65 लाख 86 हजार 92 कोविड टीके लगाए गए। देश में कुल टीकाकरण 95 करोड़ 89 लाख 78 हजार 49 हो गया है।
Biotech’s Covaxin for children : अब बच्चों को मिलेगी कोरोना का टीका, 2 से 18 साल के लिए सरकार ने दी मंजूरी
कोरोना महामारी के जंग में एक और मुकाम हासिल किया गया है। बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन को आपात मंजूरी दे दी गई है। भारत बायोटेक भारत की अभी तक की अकेली कंपनी है, जिसने बच्चों के लिए वैक्सीन पर ट्रायल किया है। दिल्ली के एम्स में इसका ट्रायल हुआ था।