पटना । बिहार में जारी उठापटक के बीच पारस गुट ने पशुपति कुमार पारस को आज लोजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया है। मिली जानकारी के अनुसार 10 प्रस्तावकों ने पशुपति कुमार पारस के नाम का प्रस्ताव कमिटि में रखा जिसके बाद निर्विरोध तरीके से कमिटि ने पशुपति कुमार पारस को लोजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुन लिया । फिलहाल पार्टी पर कब्जे को लेकर चाचा-भतीजा के बीच जंग जारी है और अव लोजपा की लड़ाई सड़कों पर आ गई है।।
दिल्ली में तख्ता पलट के बाद चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस कल ही पटना पहुंच गये थे। पारस के साथ पार्टी के कद्दावर नेता सूरजभान सिंह और इनके भाई नवादा से सांसद चंदन सिंह भी पटना वापस लौटे हैं। पटना एयरपोर्ट पर जब पारस-सूरजभान सिंह पहुंचे तो समर्थकों का हुजूम उमड़ा हुआ था जो पारस कम और सूरजभान के नारे ज्यादा लगा रहे थे। सैकड़ों की संख्या में लोग अपने नेता को रिसीव करने एयरपोर्ट पहुंचे थे।
प्रजातंत्र से पार्टी चलती है, प्रजातंत्र से देश चलता है, प्रजातंत्र से संविधान चलता है। चाचा और भतीजे की जब बात है, जब भतीजा तानाशाह हो जाएगा तो चाचा क्या करेगा: लोजपा के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस pic.twitter.com/KKPSMHuLHI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 17, 2021
इस दौरान चिराग समर्थक भी वहां मौजदू तो थे लेकिन सूरजभान समर्थकों के सामने उनकी एक न चली। लेकिन कई ऐसे भी समर्थक थे जो माला तो हाथ में फूल की लिये थे लेकिन फिर भी चिराग का विरोध नहीं कर रहे थे तो कुछ समर्थक हाजीपुर से थे जो रामविलास का नाम लेकर उन्हें याद कर रहे थे।
लोजपा में जारी घमासान फिलहाल थमने वाला नहीं है क्योंकि चिराग भी दिल्ली में बैठकर अपने पिता की लोजपा रुपी विरासत को बचाने की पूरी तैयारी में जुटे हैं और बिहार प्रदेश का अध्यक्ष की कमान राजू तिवारी को कल ही सौंप दिया है। चिराग फिलहाल वकीलों से भी राय मशवरा कर रहे हैं और स्वस्थ होने के बाद जल्द ही पटना का रुख करेंगे जिसके बाद ही पता चल पायेगा कि पार्टी का असली वारीश कौन होगा फिलहाल पारस पटना में खुद को पार्टी का पारसमणी बताने की कोशिस में जुटे हैं।