कहीं राजनीतिक कारणों से तो नहीं ली गई मुकुल राॅय की सुरक्षा वापस !

2017 में तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव के पद से हटाए जाने के बाद भाजपा में आए थे। मुकुल रॉय को भाजपा में आने के बाद जेड श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा दी गई। जैसे ही भाजपा से दोबारा तृणमूल में गए, सुरक्षा हटा ली गई। क्या है इसकी कहानी, पढिए टीएनबी की जुबानी ।

नई दिल्ली। जब तक भाजपा में रहे, तब तक केंद्रीय सुरक्षा बलों की ओर सुरक्षा उपलब्ध थी। भाजपा (BJP) साथ छोडा तो केंद्रीय गृहमंत्रालय की ओर से दी गई सुरक्षा वापस ले ली गई। हम चर्चा कर रहे हैं तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता व विधायक मुकुल राॅय (Mukul Roy) की। जैसे ही उनकी सुरक्षा वापस ली गई, राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गई। कहा जा रहा है कि उनकी यह सुरक्षा वापसी कहीं राजनीतिक तो नहीं है ? वहीं कुछ लोग चुटकी ले रहे हैं कि क्या तृणमूल से ही उन्हें भय था ? अब वहां जाकर पूरी तरह से सुरक्षित हो गए हैं ?

बता दें कि गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्रालय की ओर से सूचना मिली कि मुकुल राॅय (Mukul Roy) की दी गई ‘जेड’ श्रेणी की वीआईपी सुरक्षा उनसे वापस ले ली गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को 67 वर्षीय रॉय की सुरक्षा में तैनात जवानों को वापस बुलाने का निर्देश दिया है।

दरअसल, मुकुल रॉय कुछ दिन पहले भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस (TMC) में वापस आ गए थे। मुकुल रॉय (Mukul Roy) और उनके पुत्र शुभ्रांशु पिछले सप्ताह कोलकाता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी में शामिल हो गए। उस समय उन्होंने भाजपा की कार्यसंस्कृति की आलोचना की थी। साथ ही पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को भी भला-बुरा कहा था। उसके बाद से ही यह तय माना जा रहा था कि केंद्रीय गृहमंत्रालय उनकी सुरक्षा वापस लेगी।

अब कहा जा रहा है कि भाजपा के उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव जीतने वाले मुकुल रॉय (Mukul Roy) ने स्वयं केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा था और अपनी सुरक्षा हटाने को कहा था। उनके पत्र के आधार पर ही केंद्रीय गृहमंत्रालय ने यह फैसला लिया है।

उपर की तस्वीर को देखकर अंदाजा लगा सकते हैं कि उन्हें कैसी सुरक्षा दी गई थी। मुकुल रॉय जब भी पश्चिम बंगाल में कहीं जाते थे, तो सीआरपीएफ के 22-24 सशस्त्र कमांडो का जत्था होता था। ेअब मुकुल राॅय के साथ ही उनके पुत्र की दी गई सीआईएसएफ की कम श्रेणी वाली सुरक्षा भी हटा ली गई है।