अमर जवान ज्योति को लेकर गरमा गई है सियासत

अब अमर जवान ज्योति का राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जल रही लौ में विलय किया गया है जोकि इंडिया गेट के दूसरी तरफ केवल 400 मीटर की दूरी पर स्थित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 फरवरी 2019 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया था, जहां 25,942 सैनिकों के नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखे गए हैं।

नई दिल्ली। राजपथ पर इंडिया गेट के नीचे अमर जवान की अविरल लौ को लेकर देश की सियासत गरमा गई हैं। केंद्र सरकार की ओर से निर्णय लिया गया कि इसे चंद कदमों की दूरी पर बनाए गए नए नेशनल वॉर मेमोरियल परिसर में जल रहे अमर जवान ज्योति की लौ में विलीन कर दिया जाएगा। इसको लेकर कांग्रेस सहित कई दूसरे विपक्षी नेताओं ने बयानबाजी शुरू कर दी। सरकार की ओर से स्थिति को स्पष्ट किया गया और भारतीय सेना के पूर्व अधिकारियों ने भी इस पर अपना पक्ष रखा।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा है कि सरकार देशप्रेम और सैनिकों के बलिदान को नहीं समझ सकती। राहुल गांधी ने ट्वीट कर इस मामले पर सरकार को घेरते हुए लिखा, ‘बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा। कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं… हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएंगे!’

1971 युद्ध के दिग्गज और पूर्व थल सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल जेबीएस यादव (सेवानिवृत्त) ने कहा कि मैं इसे सही समझता हूं। अब हमारे पास वॉर मेमोरियल बन गया है अब उचित होगा कि वॉर मेमोरियल के अदंर ही अमर जवान ज्योति को मिला दिया जाएं। अब हमारा एक ही नेशनल वॉर मेमोरियल होना चाहिए। इसके अंदर 1947 से लेकर आज तक जितने भी हमारे जवान मारे गए हैं उनके लिए यह उचित सम्मान होगा।

पूर्व डीजीएमओ भारतीय सेना लेफ्टिनेंट जनरल विनोद भाटिया (सेवानिवृत्त) ने कहा कि आज 50 साल बाद अमर जवान ज्योति को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के ज्योति में मिलाया जा रहा है ये बहुत ही अच्छा फैसला है क्योंकि अमर जवान ज्योति (इंडिया गेट) पर ब्रिटिश भारतीय सैनिकों का नाम है वो हमारे पूर्वज थे।

कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, ‘अमर जवान ज्योति को लेकर सरकार की तरफ से जो कुछ भी किया जा रहा है, वो एक राष्ट्रीय त्रासदी है और इतिहास को फिर से लिखने की कोशिश है। अमर जवान ज्योति को नेशनल वॉर म्यूजियम की मशाल में मिलाने का सीधा मतलब है कि सरकार इतिहास को मिटाना चाहती है। भारतीय जनता पार्टी ने नेशनल वॉर म्यूजियम बनाया है, इसका मतलब ये नहीं कि वो अमर जवान ज्योति को बुझा सकते हैं।’

इस मुद्दे पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट किया, ‘‘अमर जवान ज्योति के संदर्भ में कई तरह की गलत सूचनाएं प्रसारित की जा रही हैं। सही बात यह है कि अमर जवान ज्योति की लौ को बुझाया नहीं जा रहा है। इसे राष्ट्रीय समर स्मारक की लौ के साथ मिलाया जा रहा है।’’