प्रधानमंत्री ने ताड़ासन पर वीडियो क्लिप साझा की

ताड़ासन संस्कृत के दो शब्द ताड़ अर्थात पर्वत और आसन अर्थात बैठने की मुद्रा को मिलाकर बना है।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज ताड़ासन या ताड़ के पेड़ की मुद्रा पर एक वीडियो क्लिप साझा की है। 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 10वें संस्करण से पहले साझा की गई इस क्लिप में ताड़ासन करने के स्वास्थ्य लाभों और चरणों का वर्णन किया गया है। प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया— ताड़ासन शरीर के लिए श्रेष्‍ठ है। यह शरीर को अधिक शक्ति प्रदान करेगा और बेहतर संतुलन सुनिश्चित करेगा।

ताड़ासन संस्कृत के दो शब्द ताड़ अर्थात पर्वत और आसन अर्थात बैठने की मुद्रा को मिलाकर बना है। इस योग को करने से लंबाई बढ़ती है। साथ ही पाचन तंत्र मजबूत होता है, शरीर में रक्त संचार सही से होता है, घुटनों, टखनों और भुजाओं में मजबूती आती है। ये एक सरल आसन है, जिसे करना बेहद आसान है। स्वास्थ्य की दृष्टि से ताड़ासन बहुत ही लाभकारी योग है। इसके लिए सबसे पहले स्वच्छ स्थान पर एक मैट बिछाएं। अब सूर्य की तरफ मुखकर सावधान की मुद्रा में खड़े हो जाएं। इसके बाद दोनों हाथों को हवा में लहराते हुए ऊपर ले जाएं, और एक साथ जोड़ें।

फिर दोनों हाथों को जो़डकर अपने मस्तिष्क पर लाकर रखें। इस क्रम में ध्यान रखें कि आप घुटनों को हवा में लहराते हुए पंजों पर खड़े हो जाएं, और पैरों की एड़ियां एक दूसरी से मिली रहे। इसके बाद पुनः हाथों को मस्तिष्क से उठाकर ऊपर ले जाएं और फिर हवा में लहराते हुए सावधान की मुद्रा में आ जाएं। कुछ पल इस मुद्रा में रहने के बाद इसे बारी-बारी से दोहराएं। जब भी आप इस योग को करें तो सांस लेने की प्रकिया नार्मल रखें। रोजाना ताड़ासन को कम से कम 10 बार जरूर करें।ताड़ासन कब्ज में लाभकारी, कब्ज में लाभकारी, लंबाई बढ़ाने में फायदेमंद और श्वसन संबंधी समस्याओं में भी लाभकारी है।