नई दिल्ली। सोनी सब का ‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ हमें एक मजबूत इरादों और दृढ़ संकल्प वाली महिला पुष्पा (करुणा पांडे) की दिल छू लेने वाली कहानी से रूबरू कराता है, जो अटूट सकारात्मकता के साथ अपने जीवन में आने वाली मुश्किलों का सामना करती है। हाल के एपिसोड्स में, दर्शकों ने देखा कि कैसे प्रार्थना (इंद्राक्षी कांजीलाल) के गर्भपात के कारण उसके और दीप्ति (गरिमा परिहार) के बीच तनाव बढ़ जाता है, जिससे उनमें गलतफहमी पैदा होती है और बहस हो जाती है।
प्रार्थना और दीप्ति के बीच बढ़ते तनाव के कारण, पुष्पा का घर किसी जंग के मैदान की तरह लगने लगता है, जिससे छोटी-छोटी बातों पर नियमित झगड़े होने लगते हैं और परिवार में तनाव बढ़ जाता है। बाथरूम के इस्तेमाल से लेकर क्या खाना बनेगा इसका निर्णय लेने तक, हर बात पर बहस होने लगती है, और परिवार सभी मुद्दों पर असहमत होने लगता है। हर कोई पुष्पा को उनके रहने की स्थिति और उन्हें चॉल से बाहर न जाने देने के लिए दोषी ठहराता है। इसी बात से निराश होकर, पुष्पा मां बनने के दायित्व से इस्तीफा देने का निर्णय लेती है, और इस फैसले के साथ एक बड़ा कदम उठाती है। उसके मां संबंधी कर्तव्यों से हटने से घर में समस्याएं और भी बढ़ने वाली है। पुष्पा के इस्तीफे के बाद किसी को भी घर की ज़िम्मेदारी न लेते देख, प्रार्थना घर की ज़िम्मेदारी संभालने का फैसला करती है।
क्या पुष्पा सचमुच अपने बच्चों और उनके निर्णयों से दूरी बना लेगी?
पुष्पा इम्पॉसिबल में पुष्पा पटेल की भूमिका निभाने वाली करुणा पांडे ने कहा, “शो के आगामी एपिसोड्स में महत्वपूर्ण मोड़ आने वाले हैं। पुष्पा, जो एक सहायक और हमेशा मदद के लिए मौजूद रहने वाली मां के रूप में जानी जाती है, अंततः अपने घर में लगातार दोषारोपण और समस्याओं से ऊब चुकी है। मां के कर्तव्यों से पीछे हटने का उसका निर्णय कठोर है, लेकिन उसके लिए अपने बच्चों को यह एहसास कराना ज़रूरी है कि वह खुद भी किस हद तक संकट से गुज़र रही है। दर्शकों के लिए यह देखना दिलचस्प होगा कि कैसे पुष्पा के बच्चे अपनी भूल को सुधारते हैं और पुष्पा को अपने मां के कर्तव्यों को पुन: अपनाने के लिए मनाते हैं।”