महाराष्ट्र में जारी है आफत की बारिश, जानमाल की काफी क्षति

महाराष्ट्र के कई इलाकों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात हैं और कई जगहों पर लैंडस्लाइड की खबर है। पुणे के लिए 27 जुलाई तक 'मध्यम बारिश के साथ सामान्य रूप से बादल छाए रहने' की भविष्यवाणी है। रायगढ़ के तलाई गांव में भूस्खलन से करीब 35 लोगों की जान चली गई है।

मुंबई। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की थी। मुंबई और उसके आसपास के इलाकों में बारिश ने काफी तबाही मचाई है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार स्थिति की समीक्षा कर रहा है और राहत एवं बचाव कार्यों को तेज किया जा रहा है। रत्नागिरी के बाढ़ प्रभावित चिपलून में राहत कार्यों के लिए आर्मी की टीम पहुंची। रायगढ़ के महाड में भारी बारिश से सड़क धंस गई। मौसम विभाग ने पुणे के लिए 27 जुलाई तक ‘मध्यम बारिश के साथ सामान्य रूप से बादल छाए रहने’ की भविष्यवाणी की है।

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के रायगढ़ में भूस्खलन के कारण जान गंवाने वालों प्रत्येक लोगों के परिजनों के लिए PMNRF से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि रायगढ़ के तलाई गांव में भूस्खलन से करीब 35 लोगों की जान चली गई है। कई जगहों पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मैंने उन लोगों को निकालने और उन्हें दूसरी जगह ले जाने का आदेश दिया है जो उन क्षेत्रों में रह रहे हैं जहां भूस्खलन की संभावना है।

CM उद्धव ठाकरे और राज्य के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने मुंबई में आपदा नियंत्रण कक्ष का दौरा किया। विजय वडेट्टीवार ने बताया, ”CM ने इसका जायजा लिया और वहां हर तरह की मदद पहुंचाने का निर्देश दिया। राज्य में आज 45-50 लोगों के मौत की खबर पास आई है। ये बढ़ने की आशंका है।”

महाराष्ट्र के मंत्री विजय वडेट्टीवार ने कहा कि कल मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री से बात हुई। उन्होंने हर तरह की मदद देने का वादा किया था। हर तरह की मदद उन्होंने भेजी है। NDRF, नेवी, कोस्ट गार्ड और मिलिट्री के माध्यम से बचाव कार्य चल रहा है। कुछ जगहों पर रेड अलर्ट की स्थिति पैदा हुई है।

वहीं, महाराष्ट्र के नेता व केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि महाराष्ट्र के रायगढ़, सतारा, मुंबई, तथा अन्य स्थानों पर भारी बारिश, तथा बाढ़ के कारण हुई जन-धन हानि का दुःखद समाचार मिला। आपदा से प्रभावित हुए परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनायें व्यक्त करता हूँ। सरकार तथा NDRF की टीमें, पीड़ितों को सहायता पहुंचाने के लिये कदम उठा रही है।