जयपुर। राजस्थान सरकार के लिए गले की फांस बनी अलवर बलात्कार मामले को अब केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी सीबीआई को सौंपने की अनुशंसा कर दी गई है। इससे पहले इस पर खूब सियासत हो रही थी। भाजपा राज्य सरकार और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर हमलवार हो रही थी। स्थानीय पुलिस और मेडिकल जांच रिपोर्ट को भी लेकर कई प्रकार के सवाल उठ रहे थे। अब राजस्थान सरकार की ओर से इसे सीबीआई से जांच कराने के लिए कहा गया है।
राजस्थान सरकार ने अलवर बलात्कार मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपने का फैसला किया। pic.twitter.com/P4dkuLbOo9
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 16, 2022
बता दें कि पीड़ित की मां और बहन ने इसे मामले को दबाने की कोशिश बताया है। पीड़िता की बहन और मां के मुताबिक अगर रेप नहीं हुआ तो बच्ची को गंभीर चोटें कैसे आईं, पीड़ित की बहन और मां का आरोप है कि पुलिस-प्रशासन मामले में बार बार अपना बयान बदल रहे हैं। पीड़िता की बहन के मुताबिक, एसपी तेजस्वनी गौतम रेप की बात कह रही थी, बाद में अचानक हादसा बताने लगीं।
इससे पहले भी बीजेपी सांसद दिया कुमारी ने अलवर केस की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर कहा है कि मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। सीएम गहलोत ने इस मामले में पीड़ित परिवार की मांग पर सीबीआई या किसी भी एजेंसी से जांच कराने की बात कही है। गहलोत ने ट्वीट किया कि अगर पीड़ित परिवार चाहे तो वो क्राइम ब्रांच, SOG या CBI जांच की मांग कर सकते हैं।
The BJP is indulging in malicious publicity for the sake of politics over the unfortunate incident involving mentally challenged girl from Alwar. They are least bothered about the agony family members are undergoing due to such malicious campaign. This attitude is condemnable.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) January 16, 2022