कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर आज संसद में जोरदार हंगामा हुआ .एक तरफ जहां बीजेपी ने खड़गे को उनके बयान के लिए माफी मांगने को कहा तो वही दूसरी तरफ कांग्रेस अध्य्क्ष ने माफी मांगने से मना कर दिया और कहा कि मैंने राजस्थान के अलवर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जो कहा वह सदन के बाहर था। मैंने जो कहा वह राजनीतिक रूप से सदन के बाहर था, भीतर नहीं। उस पर यहां चर्चा करने की जरूरत नहीं है। दूसरी बात, मैं अभी भी कह सकता हूं कि स्वतंत्रता संग्राम में उनकी कोई भूमिका नहीं थी.
What I said during Bharat Jodo Yatra in Rajasthan's Alwar was outside the House. What I said was politically outside the House, not inside. There is no need to discuss that here. Secondly, I can still say that they had no role in the freedom struggle: LoP in RS Mallikarjun Kharge pic.twitter.com/Rz9XGHUMGc
— ANI (@ANI) December 20, 2022
कांग्रेस अध्य्क्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा कि वे ‘माफी मांगे वाले लोग’ हैं,आपने क्या भूमिका निभाई?अगर मैं वही दोहराऊंगा जो मैंने बाहर कहा था तो उनके लिए मुश्किल हो जाएगी। ‘माफ़ी माँगने वाले लोग’ आज़ादी की लड़ाई लड़ने वाले लोगों से माफ़ी माँग रहे हैं.मैंने कहा कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने अपना बलिदान दिया। आप में से किसने इस देश की एकता के लिए अपनी जान दी ?,बता दे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी को लेकर एक विवादित बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि आजादी की लड़ाई में कांग्रेस के कई नेताओं ने अपनी जान दी, लेकिन बीजेपी वालों के घर से आजादी की लड़ाई में एक ‘कुत्ता’ भी नहीं मरा है.वही खड़गे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा कल राजस्थान में दिए गए बयान की हम कड़ी निंदा करते हैं। यह एक इटालियन कांग्रेस है जो आज चल रही है। कहा जा रहा है कि वे रबर स्टांप अध्यक्ष हैं.इनकी मानसिकता ही ऐसी है। इस तरह की बातें उन्होंने वीर सावरकर और स्मृति ईरानी के लिए भी कही हैं. मुझे लगा कि मल्लिकार्जुन खड़गे में कुछ कॉमन सेंस है लेकिन आज साबित हो गया कि उनमें यह नहीं है.