अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले शूटर सनी सिंह के घर बढ़ाई गई सुरक्षा

पिता और भाई की मौत के बाद सनी सिंह ने बैंगलोर में की थी मजदूरी. घर लौटने के बाद जुएं में मजदूरी के गवां दिए थे बीस हजार रुपये. रोहित यादव के गैंग में इन्ट्री लेकर कई वारदातें को दिया था अंजाम.

हमीरपुर। प्रयागराज में माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ का खून बहाने वाला शूटर सनी सिंह उर्फ पुराने सिंह के घर पर आज यहां भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पिता और भाई की मौत के बाद ये मजदूरी करने बैंगलोर गया था, जहां से पैसे कमाने के बाद घर लौटा था। ये कभी स्कूल की चौखट में कदम भी नहीं रखा है। इसीलिए आवारागर्दी करते ये कुछ ही साल में जुर्म की दुनिया में इन्ट्री लेकर बड़ा शार्प शूटर बन गया है।
हमीरपुर जिले के कुरारा कस्बे के वार्ड-11 निवासी माफिया ब्रदर्स की हत्या में गिरफ्तार सनी सिंह के घर और पूरे कस्बे में हड़कंप मचा हुआ है। इतनी बड़ी दुस्साहसिक घटना सुनकर यहां लोग हतप्रभ है। दिन भर यह मामला यहां चर्चा का विषय बना हुआ है। कुरारा कस्बा निवासी जगत सिंह पुत्र केदार सिंह वार्ड-11 स्थित रामलीला मैदान में अपने परिवार के साथ रहता था। इनके तीन पुत्र मंगल सिंह, पिंटू सिंह व सनी सिंह उर्फ पुराने सिंह के अलावा एक पुत्री है। जिसमें पुत्री की शादी हो चुकी है। जगत सिंह के पास तीन बीघा जमीन थी इसके बाद भी वह कुरारा कृषि मंडी में मजदूरी करता था।

एक दशक पहले जगत सिंह की मौत हो गई थी। पत्नी किशना हलवाई के साथ शादी समारोहों में खाना बनाकर बच्चों का पालन पोषण करती थी। इसी बीच बड़े पुत्र मंगल सिंह ने शराब की लत में खेत बेच दिए। इसकी भी तीन साल पहले मौत हो गई थी। इसके नाम लोहिया आवास है। जबकि पिंटू सिंह मनकी स्टैंड में होटल किए है। सनी सिंह होटल की गोलक से पैसे चुराकर जुआं खेलने लगा था, तभी पिंटू ने उसे होटल से भगा दिया था। इसने क्षेत्र में कोई बड़ी वारदात नहीं की है। पतारा गांव निवासी बाबू यादव हाल मुकाम कस्बा कुरारा के ऊपर भी जानलेवा हमला किया था। जिसमें मामला न्यायालय में विचाराधीन है। इस समय शनि जमानत से बाहर चल रहा था। इस घटना से चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके बाद सनी सिंह यहां से भाग गया था। इधर कुरारा थाने के इंस्पेक्टर पवन कुमार पटेल ने बताया कि शूटर सनी सिंह के घर के बाहर पुलिस फोर्स मुस्तैद कर दिया गया है। हर स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

पिता, भाई की मौत के बाद सनी सिंह ने बैंगलोर में की थी मजदूरी
भाई पिंटू सिंह से बेइज्जत होने के बाद सनी सिंह मजदूरी करने बैंगलोर चला गया था। जहां से बीस हजार रुपये कमाकर वह घर लौट आया था। पिंटू सिंह ने बताया कि मजदूरी के सारे पैसे जुएं में हारने के बाद यह आवारा हो गया, जिससे सारे रिश्ते खत्म कर दिए थे। बताते हैं कि जुआं में सब कुछ गंवाने के बाद ये जुर्म की दुनिया में कदम रखे और क्षेत्र के रोहित यादव गैंग में ये शामिल हो गया था। इसने वर्ष 2016 में कुरारा क्षेत्र के मिश्रीपुर गांव के पास बाइक सवार दम्पत्ति से सोने चांदी के जेवरात लूटे थे। लूट की घटना को अंजाम देने के बाद सनी सिंह क्षेत्र के ही रोहित यादव गैंग में शामिल हो गया था। अभी तक इसके खिलाफ थाने में लूट समेत 14 मामले दर्ज हैं।

जेल में गैंगेस्टर सुंदर भाटी के नजदीक आने के बाद बना शार्प शूटर
शूटर सनी सिंह यहां शुरू में देशी तमंचा से अपराध करता था लेकिन जेल जाने के बाद ये गैंगेस्टर सुंदर भाटी के करीब आ गया था। इसने शुरू में कुरारा पुलिस बल पर फायरिंग की थी, जिसमें पुलिस वाले बाल-बाल बच गए थे। जेल में बड़े माफियाओं के सम्पर्क में आने के बाद इसका साहस बढ़ता चला गया और आज इतने बड़े माफियाओं की हत्या कर दी है। साधारण परिवार में जन्मे सनी सिंह अपराध की दुनिया में वह कारनामा किया है, जिसकी कुरारा क्षेत्र के लोगों को कभी उम्मीद भी नहीं थी। थानेदार पवन कुमार पटेल ने बताया कि 2016 से लेकर 2019 तक सनी कई बार जेल गया था। जमानत पर बाहर आने के बाद ये क्षेत्र में कभी पुलिस की नजर में नहीं आया है।