भोपाल : देश-दुनिया में आजकल सोशल मीडिया पर भोपाल के गौरक्ष और मध्य प्रदेश में भाजपा के खेल प्रकोष्ठ के संयोजक श्रवण मिश्रा का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वे केवल मध्य प्रदेश ही नहीं, बल्कि आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और राजस्थान तक बेजुबान जानवरों की सेवा करते हैं. खासकर, सड़कों पर बिना किसी मालिक के भटकने वाली गौमाता को संरक्षित करने का काम करते हैं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो बेजुबान जानवरों के लिए समर्पित होकर उनके लिए निरंतर सेवाकार्य करने वाले भाजपा खेल मोर्चा के प्रदेश संयोजक श्रवण मिश्रा का है।
वीडियो में बताया यह जा रहा है कि श्रवण मिश्रा लंबे समय से सड़कों पर भटकने वाले जानवरों, गौमाता, स्ट्रीट डॉग्स को बचाने का काम कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा नेता श्रवण मिश्रा अक्सर सड़कों पर मारे-मारे फिरने वाले जानवर, सड़क दुर्घटनाओं का शिकार होने वाले गौवंश और स्ट्रीट डॉग्स को हादसों से बचाने के लिए आधी-आधी रात को सड़कों पर घूमकर गौवंश और स्ट्रीट डॉग्स को रेडियम बेल्ट पहनाते हुए दिखाई देते रहते हैं।
श्रवण मिश्रा बताते हैं कि वे बेजुबान जानवरों की निस्वार्थ भाव से सेवा करते हैं और इसके लिए लोगों को प्रेरित भी करते हैं. उनका कहना है कि किसान दुधारु पशुओं का तभी तक उपयोग करता है, जब तक कि वे अपना दूध मानव जाति के साथ देती हैं। उसके बाद गौमाता को रोड पर लावारिस छोड़ दिया जाता है। ऐसी परिस्थितियों में लावारिस फिरने वाले बेसहारा पशु भूख-प्यास से व्याकुल होकर दाना-पानी की तलाश में सड़कों और हाइवे पर निकल आते हैं। जहां ये निरीह प्राणी आए दिन अंधेरे में दूर से वाहन चालकों की नजर में ना आने के कारण दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। इन हादसों में जहां कुछ जानवरों की मौत हो जाती है, जबकि कुछ गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। वहीं कई वार इन हादसों में सड़क पर चलने वालों को भी तकलीफ उठानी पड़ती है।
श्रवण मिश्रा आगे बताते हैं कि उन्हें बचपन से ही जानवरों के बीच रहने का शौक है. जब वे पुलिस की ट्रेनिंग ले रहे थे, वहां भी वे बेजुबान जानवरों, गौमाता और स्ट्रीट डॉग्स की सेवा करते थे. अपने साथ ट्रेनिंग लेने वाले पुलिसकर्मियों को प्रेरित कर स्ट्रीट डॉग्स् के लिए दूध और बेजुबान जानवरों के लिए खाने-पीने के सामान का इंतजाम करते रहे। इसके बाद भाजपा में आने के बाद भी उनका यह काम निरंतर जारी है।
वे बताते हैं कि इस गंभीर समस्या का हल निकालते हुए स्वयं के खर्चे पर वो लगातार तेलंगाना महाराष्ट्र मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ के साथ राजस्थान और हरियाणा तक रेडियम बेल्ट प्रदान करते हैं। जिससे स्ट्रीट डॉग और गौमाता को दुर्घटना में शिकार होने की संख्या में भारी गिरावट देखी गई है। उन्होंने बताया कि अभी तक करीब लाख से अधिक रेडियम बेल्ट का वितरण किया जा चुका है. उनका कहना है कि वे न सिर्फ पशु प्रेमी है, बल्कि पक्षियों के लिए भी उनकी चिंता बहुत अधिक है। उनके घर की छत पर कई पक्षियों का बसेरा बना है। गौरैया संरक्षण में भी वे महत्वपूर्ण किरदार निभा रहे हैं। उन्होंने अपने घर की छत पर कई पक्षियों और बेजुबान जानवरों को सहारा दिया है। वे उनके खाने-पीने का इंतजाम करते हैं और उनकी तन्मयता से देखभाल भी करते हैं। वे बताते हैं कि आधी रात को भी जानवरों की तलाश में निकल जाते हैं. यह उनके मिशन का हिस्सा है और जुनून भी। बेजुबान जानवरों के संरक्षण के लिए वे दूसरों को भी प्रेरित करते दिखाई दे जाते हैं।
बेजुबान जानवरों को हादसों से बचाने के लिए बांटते हैं रेडियम बेल्ट भोपाल के श्रवण मिश्रा
कई लोग अपने स्वार्थ की पूर्ति के लिए केवल समाजसेवा में आते हैं। वहीं, भोपाल के श्रवण मिश्रा बेजुबानों की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर चुके हैं। हादसों से बचाने के लिए रेडियम बेल्ट बांटते हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि जो बेजुबान की रक्षा के लिए इतना प्रयत्नशील है, उसे संवैधानिक अधिकार मिले, तो वह लोगों के जीवन में नया उजियारा ला सकता है।