कांग्रेस नेता राहुल गाँधी के लंदन में दिए गए बयान पर बीजेपी नेता स्मृति ईरानी ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए आज प्रेस कांफ्रेंस की जहा उन्होंने कहा की राहुल गांधी ने एक ऐसे देश में जाकर विदेशी ताकतों का आह्वान किया जिसका इतिहास रहा है भारत को गुलाम बनाने का। भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की धज्जियां उड़ाते हुए राहुल गांधी ने ये खेद व्यक्त किया कि…क्यों विदेशी ताकतें आकर भारत पर धावा नहीं बोलती? उनका द्वेष प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के लिए, भारत के प्रति द्वेष में तब्दील हो चुका है।
राहुल गांधी ने एक ऐसे देश में जाकर विदेशी ताकतों का आह्वान किया जिसका इतिहास रहा है भारत को गुलाम बनाने का।
– श्रीमती @smritiirani pic.twitter.com/JjSqTVzRCK
— BJP (@BJP4India) March 15, 2023
हालांकि, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जम्मू के इन सज्जन ने कहा, ‘𝐀𝐥𝐥 𝐢𝐬 𝐰𝐞𝐥𝐥 𝐢𝐧 𝐈𝐧𝐝𝐢𝐚’। कौन सा झूठ था मिस्टर गांधी? भारत में आपका बयान, या विदेश में आपका बयान?मैं एक सवाल पूछना चाहता हूं। 2016 में, राहुल गांधी राष्ट्रीय राजधानी में एक भारतीय विश्वविद्यालय गए और ‘भट्ट तेरे टुकड़े होंगे’ के नारे का समर्थन किया। उन्होंने ब्रिटेन की अपनी यात्रा के दौरान आगे कहा कि लोकतंत्र को गला घोंटने के लिए उड़ाया जा रहा है। इंग्लैंड में उनकी बातचीत का आधार कई झूठ थे। उन्होंने दावा किया कि उनकी भारतीय विश्वविद्यालयों में बातचीत करने की पहुंच नहीं है, और यह उनके लिए ‘लोकतंत्र की मृत्यु’ का संकेत था।स्मृति ईरानी ने आगे कहा की आज भारत का हर नागरिक भारतीय संसद से माफी की मांग करता है, जो सिर्फ सांसदों का समामेलन नहीं है, बल्कि भारतीय जनता की सामूहिक आवाज है, और भारतीय जनता की इच्छा का संवैधानिक प्रतिबिंब है। यह शर्मनाक है कि राहुल गांधी, संसद में आने और भारत के खिलाफ अपने अलोकतांत्रिक शेखी बघारने के लिए माफी माँगने के बजाय, आज संसद से अनुपस्थित रहना चाहते है। गांधी, लोकतंत्र खतरे में नहीं है, लेकिन कांग्रेस पार्टी को भारत के लोगों ने अपने इसी व्यवहार के लिए राजनीतिक विनाश के लिए लाया है जो आपने विदेशों में देश के खिलाफ प्रदर्शन किया था।